नई दिल्ली/इस्लामाबाद (New Delhi / Islamabad)। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (External Affairs Minister Dr. S. Jaishankar) ने गुरुवार को गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक से पूर्व चीन और रूस के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय बातचीत की। इस बैठक में पड़ोसी देश पाकिस्तान भी शामिल है।
डॉ. जयशंकर ने इस मुलाकात की जानकारी ट्विटर के जरिए दी। डॉ. जयशंकर ने लिखा, चीन के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री किन गांग के साथ विस्तृत चर्चा हुई। चर्चा लंबित मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर केंद्रित रही। इसके अलावा एससीओ, जी20 और ब्रिक्स पर भी चर्चा की।
Salaam, from Goa India. #PakatSCO pic.twitter.com/ZwBqqASHS7
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) May 4, 2023
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो आज यानि शुक्रवार को गोवा में चीन की अगुवाई वाले शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की बैठक में हिस्सा लेंगे। यह बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब पाक और भारत के रिश्ते खराब दौर से गुजर रहे हैं।
बता दें कि 12 साल बाद पाकिस्तान से कोई विदेश मंत्री भारत पहुंचा है इससे पहले साल 2011 में हिना रब्बानी खार भारत दौरे पर आईं थीं। बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के विदेश मंत्री और भुट्टो परिवार के वारिस हैं। खास बात यह है कि भुट्टो परिवार वही है जिसने एक समय में भारत के खिलाफ जहर उगलने का काम किया है। पाकिस्तान की राजनीति में भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने वाले शख्स का नाम जुल्फिकार भुट्टो था। वही भुट्टो जिन्होंने हजार साल हिंदुस्तान से जंग का नारा दिया था।
जुल्फिकार अली भुट्टो के बयानों से पता चलता है कि उनकी पूरी राजनीति खुद को ‘कट्टर भारत विरोधी’ साबित करने पर केंद्रित थी। उन्होंने यह तक कहा था कि घास की रोटी खाएंगे लेकिन परमाणुबम जरूर बनाएंगे। जुल्फिकार को भारत से नफरत विरासत में मिली थी, जिसकी आग को उन्होंने पाकिस्तान पहुंचने के बाद और फैलाने का काम किया। बचपन से ही उनके दिमाग में पाकिस्तान बनाने की योजना ने घर कर लिया था. पड़ोसी मुल्क के ज्यादातर लोगों की तरह उनके जहन में भारत के खिलाफ जहर भरा था।
मोहम्मद अली जिन्ना को लिखा था खत
भुट्टो भारत को अपने लिए हमेशा से ही एक खतरा मानते थे. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब 1943 में जब वह महज 15 साल के थे तब उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना को खत लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा था कि मुसलमानों को यह महसूस करना चाहिए कि हिंदू कभी भी हमारे साथ एकजुट नहीं हो सकते हैं और न ही कभी एकजुट होंगे. वह हमारे पैगंबर के सबसे घातक दुश्मन हैं उन्होंने भारत से हर तरह की दुश्मनी दिखाई थी।
एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए विदेश मंत्री एक दिन पहले ही गोवा पहुंच गए थे। भारत एससीओ का वर्तमान अध्यक्ष है। एससीओ की स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में हुई थी। एससीओ में इस समय आठ सदस्य देश- भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved