इस्लामाबाद (Islamabad)। पख्तूनख्वा (Pakhtunkhwa) में बन्नू छावनी (Bannu Cantonment) पर आतंकी हमले (Terrorist attacks) में सेना के 8 जवानों (8 army soldiers) की मौत के बाद पाकिस्तान का पारा सातवें आसमान पर है। बुधवार को पाकिस्तान (Pakistan) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) को कड़ा संदेश जारी किया। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित अफगान दूतावास के उप-प्रमुख को तलब किया गया। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और मांग की कि अंतरिम अफगान सरकार घटना की पूरी जांच करे और अपराधियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करे। तालिबान सरकार अफगानिस्तान में किसी भी आतंकवादी की मौजूदगी से इनकार करती है। ऐसे में पाकिस्तान की मांग से उसका भड़कना तय है।
टीटीपी के सहयोगी गुट ने किया है हमला
विदेश विभाग ने भविष्य में अफगान धरती से होने वाले हमलों को रोकने के लिए उपाय करने का भी आह्वान किया। बन्नू हमले को अंजाम देने वाला समूह हाफिज गुल बहादुर समूह, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ मिलकर पाकिस्तान के भीतर कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार है। बयान में कहा गया है कि इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान में ऐसे आतंकी संगठनों की मौजूदगी पर अपनी गंभीर चिंता दोहराई है, जो पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर करते हैं।
बयान में आगे कहा गया, ‘बन्नू कैंटोनमेंट हमला आतंकवाद द्वारा क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए उत्पन्न गंभीर खतरे की एक और याद दिलाता है। पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के आह्वान को दोहराता है और इस खतरे से निपटने और सभी खतरों के खिलाफ अपनी सुरक्षा को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है।’
कैसे हुआ था हमला?
सोमवार को बन्नू में सेना के कैंप पर सोमवार को घातक आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में 8 जवान मारे गए थे। सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर ने बताया था कि छावनी में घुसने में नाकाम होने पर आतंकियों ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी दीवार में घुसा दी थी। इसमें दीवार और आस-पास का ढांचा गिर गया था, जिसमें 8 जवानों की मौत हो गई थी। सेना ने सभी 10 आतंकवादियों को मार गिराया था।
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