इस्लामाबाद (Islamabad)। भारत विरोधी गतिविधियों (Anti-India activities) में शामिल रहने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी दाऊद मलिक (Pakistani terrorist Dawood Malik) की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या (Shot dead) कर दी। मलिक को लश्कर-ए-जब्बार का संस्थापक (Founder of Lashkar-e-Jabbar) और भारत (India) के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर (Most wanted terrorist Maulana Masood Azhar) का करीबी सहयोगी माना जाता था। उसे पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में मार गिराया गया।
पाकिस्तान पुलिस ने कहा कि शुक्रवार की सुबह उत्तरी वजीरिस्तान कबायली जिले के मिराली इलाके में अज्ञात नकाबपोश लोगों द्वारा हमले में वह मारा गया। मलिक को एक प्राइवेट क्लिनिक को निशाना बनाया गया। इस हत्या को अंजाम देने के बाद हमलावर भागने में सफल रहे।
पिछले कुछ हफ्तों में भारत में वांटेड घोषित किए जा चुके कई आतंकवादियों को अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान में गोली मार दी है। 11 अक्टूबर को भारत के सबसे वांटेड आतंकवादियों में से एक और 2016 के पठानकोट हमले में प्रमुख साजिशकर्ता शाहिद लतीफ को सियालकोट में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार डाला था।
पठानकोट के मास्टरमाइंड की हुई थी हत्या
आतंकी राशिद लतीफ भारत में मोस्ट वॉन्टेड था। भारत सरकार ने उसे आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया था। वहीं एनआईए ने उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था। बता दें कि साल 2016 में जैश के आतंकियों ने पठानकोट के एयरबेस पर हमला कर दिया था। इसमें सात जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सियालकोट के बाहरी इलाके में एक मस्जिद में आतंकी शाहिद की हत्या की गई थी। हमलावर मोटरसाइकल पर आए थे और गोली मारने के बाद फरार हो गए।
शाहिद लतीफ ने पठानकोट के आतंकियों को हथियार और अन्य मदद उपलब्ध करवाई थी। लतीफ को 1996 में भी ड्रग्स तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह जैश का आतंकी था। मौलाना मसूद अजहर के आदेश पर उसने पठानकोट में हमला करने का प्लान तैयार किया था।
साल 2010 में उसे जेल से रिहा करके पाकिस्तान को सौंप दिया गया था। उस दौरान 20 अन्य आतंकियों को भी वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान को सैंपा गया था।
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