इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री (PM) शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) हाल ही में चीन (China) की यात्रा से होकर लौटे थे। बीजिंग यात्रा के दौरान शहबाज ने पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमले से नाराज शी जिनपिंग को मनाने की खूब कोशिश की थी। शहबाज ने सीपीईसी (CPEC) प्रोजेक्ट में शामिल चीनी कर्मचारियों की सुरक्षा की कसम भी खाई थी, लेकिन ऐसा लगता है चीन की नाराजगी कम नहीं हुई है। अब इस्लामाबाद के दौरे पर आए चीनी मंत्री ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार को उसी की जमीन पर फटकार लगाई है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के मंत्री (IDCPC) लियु जियानचाओ ने कहा हमें सीपीईसी परियोजनाओं के लिए सुधार करने की आवश्यकता है। विश्वास सोने से भी अधिक महत्वपूर्ण है। लियु ने कहा कि सुरक्षा के बिना कारोबारी माहौल में सुधार नहीं हो सकता है। जो लंबे समय में विकास को कमजोर कर सकता है।
जियानचाओ ने ये टिप्पणी शुक्रवार को सीपीईसी पर राजनीतिक दलों के पाकिस्तान-चीन संयुक्त परामर्श तंत्र की बैठक की विदेश मंत्री इशाक डार के साथ सह-अध्यक्षता करते हुए की। इस दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) समेत सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता मौजूद रहे। इस दौरान जियानचाओ ने कहा, बढ़ती अनिश्चितताओं की अशांत दुनिया में देश के भीतर स्थिरता विकास के आवश्यक है। चीनी नेता ने पाकिस्तानी राजनीतिक नेतृत्व को मतभेदों को दूर करने को कहा।
चरमपंथियों के निशाने पर चीनी नागरिक
हाल के वर्षों में चीन द्वारा वित्त पोषित प्रोजेक्ट के काम में चरमपंथी हमलों के चलते बाधा आई है। चरमपंथी अब प्रोजेक्ट से जुड़े चीनी नागरिकों को भी निशाना बनाने लगे हैं। इसी साल मार्च में खैबर पख्तूख्वा के दासू में एक आत्मघाती हमले में पांच चीनी इंजीनियरों की मौत हो गई थी। इसके बाद से चीन भड़का हुआ है। उसने पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि उसे प्रोजेक्ट में आगे धन चाहिए तो चीनी नागरिकों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखना होगा। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह प्रोजेक्ट बहुत महत्वपूर्ण है।
हमलों से हिल गया है चीन
चीनी नेता ने कहा कि सीपीईसी प्रोजेक्ट की सुरक्षा को लेकर और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। चीन सीपीईसी के उन्नत संस्करण का निर्माण करने के लिए तैयार है, लेकिन हमें सुरक्षा और कारोबारी माहौल में सुधार करने की जरूरत है। सुरक्षा का खतरा सीपीईसी को बाधित करने वाला सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति ने चीनी निवेशकों के विश्वास को हिला दिया है। सुरक्षा के बिना कारोबारी माहौल बेहतर नहीं हो सकता है।
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