नई दिल्ली। यूक्रेन में रूस (Russia in Ukraine) में इस समय भीषण युद्ध (fierce battle) चल रहा है। युद्ध का आज सातंवा दिन है। दोनों देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। रूस की आक्रमता को देखते हुए अमेरिका (US) सहित कई देशों ने आर्थिक रूप से प्रतिबंध (financial constraints) लगा दिया तो वहीं रूस ने भी अपने यहां विदेशी कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
रूस के हमले पर आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एक बार फिर व्लादिमीर पुतिन पर जमकर भड़के। बाइडन ने बुधवार सुबह स्टेट आफ यूनियन को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका यूक्रेन के साथ खड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने रूसी उड़ानों के लिए अमेरिका व सहयोगी देशों की हवाई सीमा पर रोक लगाने की जानकारी दी।
तो दूसरी ओर रूस के समर्थन में पाकिस्तान भी उतर आया है। यूक्रेन पर आक्रमण कें बाद रूस के साथ पहले नए व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए।
मीडिया खबरों के अनुसा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में कहा था कि उनका देश रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के बाद रूस से लगभग 20 लाख टन गेहूं और प्राकृतिक गैस आयात करेगा। उसी दिन बाद में रूस ने पड़ोसी यूक्रेन के खिलाफ सैन्य हमला किया।
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस को अंतर्राष्ट्रीय अलगाव का सामना करने और उसकी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के लिए प्रतिबंधों का सामना करने के बावजूद पाकिस्तान ने क्रेमलिन के खजाने में संभावित अरबों की वृद्धि का बचाव किया है, यह कहते हुए कि पाकिस्तान के आर्थिक हितों को इसकी जरूरत है। इधर पुतिन ने मंगलवार को रूस से बाहर निकलने वाली विदेशी कंपनियों को ब्लॉक करने का निर्देश दिया।