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संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्‍तान ने फिर उठाया कश्मीर मुद्दा, भारत ने दिया करारा जवाब

September 25, 2021

न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान(Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir Issue) का राग अलापा। भारत(India) ने पाकिस्तान (Pakistan)को करारा जवाब दिया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे (First Secretary of India Sneha Dubey) ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान(Pak PM Imran khan) ने भारत के आंतरिक मामलों को दुनिया के मंच पर लाने और झूठ फैलाकर प्रतिष्ठित मंच की छवि खराब करने की कोशिश की है।
हमनें उनके इस प्रयास के जवाब में ‘राइट टू रिप्लाई’ का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान और झूठ के लिए वो हमारी सामूहिक अवमानना और सहानुभूति के पात्र हैं। स्नेहा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच का पाकिस्तान ने गलत इस्तेमाल किया है।


पाकिस्तान ने यूएनजीए का गलत इस्तेमाल किया- भारत
स्नेहा दुबे ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग थे, हैं और रहेंगे। पाकिस्तान ने इसमें कुछ क्षेत्रों पर अवैध कब्जा कर रखा है। हम पाकिस्तान से उसके अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता ने भारत के खिलाफ झूठ फैलाने और उसकी छवि गिराने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्लेटफार्म का गलत इस्तेमाल किया है। अपने देश की दुखद स्थिति से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने यह व्यर्थ कोशिश की है।

भारत ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
वैश्विक मंच पर भारत ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए बेनकाब कर दिया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान आंतकियों को पनाह देने के लिए हमेशा अपनी जमीन का इस्तेमाल करता रहा है। दुनिया जानती है कि आतंकी ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में पनाह मिली थी, लेकिन अमेरिका ने उसे मार गिराया। इसके अलावा एक नहीं सैकड़ों सबूत पाकिस्तान के खिलाफ सामने आ चुके हैं, फिर भी पाकिस्तान बेशर्म की तरह मुंह छुपाते हुए अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। हालांकि, दुनिया जानती है कि आतंकवाद का सुरक्षित ठिकाना अगर कोई देश है तो वह पाकिस्तान है, जहां आतंकवाद और आंतकियों को बढ़ावा दिया जाता है।

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