कराची: पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत अब सरकार और सेना से एकदम संभल नहीं पा रहा है. आलम यह है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और सुरक्षाबलों की नीतियों के चलते अब बलूच विद्रोही बाकायदा चीन से जुड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर पाकिस्तानी सेना पर सीधे हमले कर रहे हैं. यही नहीं वे बाकायदा इन हमलों के वीडियो बनाकर भी सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं.
यहां दिलचस्प बात यह भी है कि इनमें से दो ऐसी घटनाएं हैं, जिन्हें पाकिस्तान सरकार छुपाना चाहती थी. इनमें पहला वीडियो अप्रैल 2023 का ही है, जिसमें ग्वादर में चल रहे चीनी गलियारे की हिफाजत के लिए जा रही फौजी टुकड़ी पर बलूच विद्रोहियों ने आईईडी विस्फोटक लगाकर हमला किया. पाकिस्तानी सेना के जवानों और अधिकारियों से भरी दो जीपों में से एक जीत तो आगे निकल गई, लेकिन दूसरा वाहन विस्फोटक की जद में आ गया. उस वाहन के बुरी तरह से परखच्चे उड़ गए.
सरकार ने साधी चुप्पी तो विद्रोहियों ने डाला हमले का वीडियो
ग्वादर में इसी महीने हुई इस घटना को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई तो बलूच विद्रोहियों ने खुद इस हमले का वीडियो डालकर इसकी जानकारी दी है. बलूच विद्रोहियों द्वारा 9 अप्रैल को जारी दूसरे वीडियो में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की टीम बलूचिस्तान में ही चीनी प्रोजेक्ट में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए जा रही थी. तभी अचानक बलूच विद्रोहियों ने इस दल पर टार्गेटेड हमला कर दिया.
इस वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि बलूच विद्रोहियों के इस हमले से पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के अनेक जवान और अधिकारी मारे गए, जबकि एक भागने में कामयाब हो गया. इसके साथ ही क्वेटा में सोमवार देर शाम एक पुलिस वाहन पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी बलूच विद्रोहियों ने ली है. इस टारगेटेड आईईडी हमले में 8 लोगों के मारे जाने की खबर है. इस बाबत बलूच विद्रोहियों ने बाकायदा बयान भी जारी किया है.
चीन पहुंचे आईआईएस चीफ
उधर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम अपनी एक विशेष टीम के साथ सोमवार की देर शाम चीन पहुंच गए हैं. उनके साथ पाकिस्तानी सेना के डीजी मिलिट्री ऑपरेशन समेत अन्य अधिकारी शामिल है पाकिस्तानी सेना द्वारा आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि आईएसआई चीफ चीन के आंतरिक सुरक्षा मंत्री के बुलावे पर वहां गए हैं.
माना जा रहा है कि चीनी प्रोजेक्ट पर हुए हमलों को लेकर चीन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और वहां के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ यह बैठक कर रहा है. इसके पहले भी जब पाकिस्तान में विद्रोहियों के हमले में चीन के आधा दर्जन से ज्यादा नागरिक मारे गए थे तो भी चीन ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के तत्कालीन प्रमुख समेत पाकिस्तान के बड़े अधिकारियों को बातचीत करने के लिए और आगे की योजनाएं बनाने के लिए चीन बुलाया था.
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