इमरान खान के लिए श्रीनगर की मांगी अनुमति
इस्लामाबाद। कश्मीर पर दुनियाभर में मात खाने से बौखलाए पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में रैली करने का न्यौता दिया है। कुरैशी ने यह भी कहा कि भारत को इमरान खान को श्रीनगर जाने की अनुमति देना चाहिए। इससे दुनिया को पता चल जाएगा कि किस नेता का कितना स्वागत कश्मीर में होता है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मैं भारत के प्रधानमंत्री को आखिरी पैगाम है। आज कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे का एक साल पूरा हो गया है। मैं पाकिस्तान के विदेश मंत्री के नाते आपको न्यौता देता हूं कि अगर आपको अपनी नीतियों पर भरोसा है तो मुजफ्फराबाद में कश्मीरियों के सामने रैली करें और देख लें किस तरह से आपका स्वागत होता है। अगर आपमें हौसला है तो आप इमरान खान को श्रीनगर जाने दें। और देख लें कि इमरान खान का किस तरह से कश्मीर में स्वागत होता है। जनमत संग्रह जब होगा तब होगा लेकिन आवाम का जनमत संग्रह आज हो जाएगा। अगर हिम्मत है तो हमारी चुनौती को स्वीकार करो।
https://twitter.com/kashmirosint/status/1291058923152105474?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1291058923152105474%7Ctwgr%5E&ref_url=https%3A%2F%2Fnavbharattimes.indiatimes.com%2Fworld%2Fpakistan%2Fpakistan-foreign-minister-shah-mahmood-qureshi-challenge-pm-narendra-modi-to-rally-in-muzaffarabad-pok%2Farticleshow%2F77391123.cms
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान पर लोग ट्विटर पर जमकर मजे ले रहे हैं। नियो नाम के यूजर ने लिखा, ‘पाकिस्तानी राजनेता ट्रोल की तरह से हो गए हैं। यह उनके लिए दुखद है। वे चकरा गए हैं। बयानबाजी करने के अलावा उनके पास और कोई जवाब नहीं है। वे लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं और वह हासिल नहीं कर सकते हैं जो वह चाहते हैं। राजनयिक रूप से उन्होंने कुछ भी हासिल नहीं किया है। आतंकवाद ने भारत को उस हद तक प्रभावित नहीं किया जितना कि उसने सोवियत संघ को किया था।
रवि नंदूरी ने लिखा, ‘पाकिस्तान कहां से कहां पहुंच गया….कभी कहते थे कि हम कश्मीर के लिए परमाणु बम का इस्तेमाल करेंगे, अब कह रहे हैं कि नियंत्रण रेखा के उस पार के पीएम को बात करने देना चाहिए। अब अगली बार पाकिस्तान यह सुझाव देगा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए दोनों ही देशों के कैबिनेट मंत्रियों के बीच कबड्डी मैच होना चाहिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved