इस्लामाबाद। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistani Prime Minister Shahbaz Sharif) ईंधन की कीमतों में वृद्धि नहीं करने (not to increase fuel prices) के अपने फैसले पर पलटी मार सकते हैं। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जोश में आकर लिया गया शहबाज शरीफ का फैसला राजकोष को घाटा (loss to the exchequer) पहुंचा सकता है। ऐसे में सरकार जल्द ही अपने फैसले पर यू-टर्न ले सकती है। तेल और गैस नियामक प्राधिकरण ने पाकिस्तानी सरकार को ईंधन के दामों में बढ़ोत्तरी के सुझाव दिए हैं। जिसमें प्रति लीटर पेट्रोल पर दाम 83.5 रुपए और डीजल के दामों में सीधे 119 रुपए की बढ़ोत्तरी हो सकती है। यानि पेट्रोल और डीजल 200 रुपए प्रति लीटर के पार जा सकता है।
इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद पाकिस्तान के पीएम की कुर्सी पर बैठे शहबाज शरीफ ने देश की जनता को हसीन सपने दिखाए थे। उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई पर काबू करने को लेकर बड़ी-बड़ी शेखी बघारी थी। लेकिन अब उनके दावों की पोल खुलने लगी है। शहबाज शरीफ ने कुर्सी संभालने के बाद बीते शुक्रवार को ऐलान किया था कि देश में ईंधन के दामों में और बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी।
पाकिस्तान के तेल और गैस नियामक प्राधिकरण (ओजीआरए) ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि की सिफारिश की थी, जिसे शहबाज शरीफ ने खारिज कर दिया था और कहा था अगले एक पखवाड़े तक ईंधन के दामों में बढ़ोत्तरी नहीं होगी। लेकिन अब लगता है कि शहबाज अपने वादे से मुकरने वाले हैं।
द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि सरकार अपने फैसले को वापस ले सकती है क्योंकि, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने शहबाज शरीफ द्वारा ईंधन की कीमतों में वृद्धि नहीं करने के पिछले फैसले से नाखुश जताई है। हालांकि इस बात की उम्मीद काफी ज्यादा है कि पेट्रोल और डीजल के दाम कितने बढ़ाए जाएं, इस पर फैसला मंत्रालय लेगा।
क्या है ईंधन की बढ़ोत्तरी का नया प्रस्ताव
पाक मीडिया के अनुसार, ओजीआरए ने प्रस्तावित बढ़ोत्तरी जीएसटी के 70 फीसदी और 30 रुपए प्रति लीटर लेवी के आधार पर की गई है। जिस आधार पर प्रति लीटर पेट्रोल पर 83.5 रुपए और डीजल पर 119 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की सिफारिश की गई है।
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