इंदौर। छत पर बल्ली पर बंधे झूले की रस्सी में उलझने से एक बच्ची के गले में फांसी लग गई। वह छत पर अकेली थी। उलझी रस्सी जब सीधी हुई तो बच्ची नीचे गिरी और उसके गिरने की आवाज सुनकर घरवाले छत पर गए, तब तक बच्ची की हालत गंभीर हो चुकी थी। अस्पताल ले जाए जाने पर उसकी मौत हो गई। हादसा बापू गांधी नगर लसूडिय़ा में हुआ। यहां 10 वर्षीय शिवानी पिता प्रेम झूला झूल रही थी। झूले की रस्सी गले में उलझने से उसकी सांस की नली दब गई और इसी दौरान फांसी लगने से उसका दम घुटने लगा। उसके गिरने की आवाज सुनकर परिजन छत पर दौड़े तो वह बेसुध थी। हालांकि उस समय उसकी हलकी-हलकी सांसें चल रही थीं। उसे तुंरत ही पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से एमवाय अस्पताल (MY Hospital) रैफर कर दिया गया। जैसे ही उसे एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शिवानी के पिता प्रेम घटना के दौरान शहर से बाहर गए हुए थे। वे लौटे तब शिवानी के शव का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे। शिवानी की एक बहन और एक भाई है। वह एक्सीलेंट एकेडमी में तीसरी कक्षा की छात्रा थी।
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