मुम्बई। बाजार नियामक, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2020 के बाद पी-नोट्स के जरिए निवेश सितम्बर 2020 के अंत तक घटकर 69,821 करोड़ रुपये रह गया है। इसमें शेयर, बांड, हाइब्रिड प्रतिभूतियां और डेरिवेटिव्स शामिल हैं।
इससे पहले अगस्त महीने में पी-नोट्स के जरिए निवेश का आंकड़ा 74,027 करोड़ रुपये के दस माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था। वहीं, जुलाई में पी-नोट्स के जरिए निवेश 63,228 करोड़ रुपये, जून में 62,138 करोड़ रुपये, मई में 60,027 करोड़ रुपये और अप्रैल में 57,100 करोड़ रुपये रहा था।
कोविड-19 संकट के बीच वृहद बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के चलते मार्च के अंत तक पी-नोट्स के जरिए निवेश 15 साल के निचले स्तर 48,006 करोड़ रुपये पर आ गया था। हालांकि, सितम्बर में कुल 69,821 करोड़ रुपये के निवेश में से 59,314 करोड़ रुपये का निवेश शेयरों में हुआ। वहीं, 10,240 करोड़ रुपये का निवेश ऋण या बांड बाजार में और 267 करोड़ रुपये का निवेश हाइब्रिड प्रतिभूतियों में हुआ।
उल्लेखनीय है कि पी-नोट्स पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा उन निवेशकों को जारी किए जाते हैं, जो बिना पंजीकरण के भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें पूंजी जांच-परख की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। (एजेंसी, हि.स.)
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