पलामू: झारखंड के पलामू जिले के पांकी में आगामी महाशिवरात्रि पर तैयार किए जा रहे तोरणद्वार को लेकर विवाद के चलते अलग-अलग समुदायों के दो समूहों में झड़प में कम से कम छह लोग घायल हुए हैं. इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 144 लागू कर चौबीस घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं. ऐसे में राजनीतिक दल अपनी-अपनी रोटियां सेंकने से पीछे नहीं हटे. एक तरफ AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की राजनीति करने वालों ने एक मां और बेटी की जान ले ली. ये देश को बुलडोजर से चलाना चाहतें हैं, संविधान से नहीं. आप (BJP) सिर्फ तोड़ना और बर्बाद करना चाहते हैं जोड़ना नहीं चाहतें हैं.
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी साहब के मुंह से जब भी निकलता है, तो जहर ही निकलता है. वे कभी कायदे की बात नहीं करते. जिन्ना तो चले गए जिन्ना के वारिस के रूप में कई लोग बच गए हैं. आगे गिरिराज ने कहा कि मुस्लिम समाज की बढ़ती आबादी मेरे लिए चिंता का विषय नहीं है. जिन्ना के रास्ते पर चलने वाले जो कट्टरपंथी आ गए हैं, वही ऐसा काम करते हैं. आजतक देश में हिंदुओं के द्वारा किसी भी ताजिया पर एक पत्थर भी नहीं फेंका गया होगा.
क्या है हिंसा की वजह?
स्थानीय लोगों ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर तोरणद्वार बनाने पर विवाद शुरू हुआ. अलग-अलग समुदायों के दो समूहों के बीच पत्थरबाजी और मारपीट हुई. महाशिवरात्रि के चलते पांकी की राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर की सजावट की जा रही है. इसी के मद्देनजर मंगलवार की शाम मस्जिद चौक पर तोरणद्वार बनाने के लिए बांस-बल्ली और कपड़ा लेकर मजदूर पहुंचे. स्थानीय लोगों के मुताबिक इसी दौरान एक समुदाय के लोगों ने मजदूरों को रोक दिया. उनका कहना था कि यहां पर एक धार्मिक स्थल है, इसलिए तोरणद्वार बनाने नहीं दी जाएगी. इस पर विवाद शुरू हो गया. पुलिस ने बताया कि विवाद बढ़ने पर एक व्यक्ति ने मंदिर समिति के सदस्यों में से एक के सिर पर डंडा मार दिया जिसके बाद झड़प शुरू हो गई.
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