नई दिल्ली (New Delhi)। अधिक वजन (overweight) को शरीर (body) के लिए कई प्रकार की समस्याओं का प्रमुख कारक (Major cause of many types problems) माना जाता है। यानी अगर आपका वजन सामान्य से अधिक (weight more than normal) है तो ये कई प्रकार की बीमारियों का कारक हो सकता है। पर ये निर्धारण कैसे किया जाए कि आपका वजन समस्याकारक स्थिति में है या नहीं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) (Body Mass Index (BMI)) के माध्यम से इसका निर्धारण किया जा सकता है। बीएमआई, मुख्यरूप से शरीर के वजन की श्रेणियों का निर्धारण करने का पैमाना है जिसके आधार पर ये जाना जा सकता है कि आप स्वस्थ हैं या नहीं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों के लिए अपनी बीएमआई पर ध्यान देना और इसके कंट्रोल करने के उपाय करते रहना आवश्यक है। अधिक बीएमआई क्रोनिक बीमारियों के खतरे को बढ़ाने वाली स्थिति हो सकती है। आइए जानते हैं कि आप अपनी बीएमआई के बारे में कैसे जान सकते हैं?
कितनी है आपकी बीएमआई?
आप आसानी से अपनी बीएआई जान सकते हैं। किसी व्यक्ति की ऊंचाई और वजन का अनुपात बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स है। (बीएमआई = वजन/ लंबाई स्कवायर या बीएमआई= वजन / (ऊंचाई X ऊंचाई) इस फार्मूले का पालन करके भी आप अपनी बीएमआई जान सकते हैं।
कितनी बीएमआई समस्याकारक है?
बीएमआई के मानकों में मुख्यरूप से चार बातों का ध्यान रखा जाता है। बीएमआई गणना के बाद ये देखना जरूरी है कि आप किस श्रेणी में आते हैं।
कम वजन: बीएमआई 18.5 से कम
सामान्य वजन: बीएमआई 18.5 से 24.9
अधिक वजन: बीएमआई 25 से 29.9
मोटापा (खतरनाक): बीएमआई 30 या इससे अधिक
हाई बीएमआई के कारण होने वाली समस्याएं
यदि आपका बीएमआई 30 या उससे अधिक है तो ये आपमें गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारक हो सकता है जिसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, आपका बीएमआई जितना अधिक होगा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, टाइप-2 डायबिटीज, पित्ताशय में पथरी, श्वास संबंधी समस्याएं और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा उतना ही अधिक होगा। हालांकि बीएमआई को कंट्रोल करने वाले उपाय करके इन समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है।
कैसे कम करें बीएमआई?
दिनचर्या और आहार में कुछ प्रकार के बदलाव करके आप बीएमआई को कंट्रोल करके स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिमों को भी कम कर सकते हैं।
सप्ताह में कम से कम पांच दिन 30 मिनट का एरोबिक व्यायाम करें।
सेचुरेटेड फैट वाली चीजों की मात्रा को कम करें। हाई फैट वाली चीजों से शरीर के वजन बढ़ने का खतरा अधिक हो सकता है।
मांस, फल-सब्जियों और साबुत अनाज के साथ लो कोलेस्ट्रॉल वाले आहार का सेवन करें। स्वस्थ आहार के माध्यम से वजन कम किया जा सकता है।
रेड मीट और शर्करा युक्त खाद्य-पेय पदार्थों का सेवन कम करें।
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