डेस्क: ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) को अंडाशय कैंसर के नाम से भी जाना है. मेडिकल टर्म में इसे डिम्बग्रंथि का कैंसर भी कहते हैं. यह कैंसर मुख्यतौर पर महिलाओं में ही होता है. आम बोलचाल में इस कैंसर को मूक हत्यारा भी कहा जाने लगा था क्योंकि इसके होने के शुरुआती लक्षण दिखाई नहीं देते. हालांकि बाद में इसको लेकर हुई रिसर्च में यह सामने आया कि यह उतना भी गुप्त नहीं है जितना इसे समझा गया. इसके कुछ लक्षण है जिन्हें पहचाना जा सकता है लेकिन इन पर लोगों का ध्यान इसलिए नहीं जाता क्योंकि यह लक्षण बहुत ज्यादा अलग नहीं होते.
ओवेरियन कैंसर के बारे में जानना इसलिए काफी जूरूरी है क्योंकि इससे पीड़ित होने वाली करीब 70 प्रतिशत महिलाओं का इलाज तब होता है जब कैंसर कई स्टेज पार कर चुका होता है. प्रारंभिक चरण में अगर अंडाशय में होने वाले इस कैंसर का पता लगा लिया जाता है तो लगभग पांच साल तक जीवित रहा जा सकता है. लेकिन अगर यह अपर स्टेज में पहुंच चुका है तो अगले पांच साल जीवित रहने की गुंजाइश सिर्फ 28% से 40% ही है.
रश डॉट इडीयूकी खबर के अनुसार अक्सर महिलाएं ओवेरियन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को सिर्फ इस वजह से नजरअंदाज कर देती हैं क्योंकि उन्हें लगता है दिक्कतें उम्र बढ़ने और वजन बढ़ने की वजह से हो रही है. स्त्री रोग विशेषज्ञ अमीना अहमद कहती हैं कि महिलाओं के इसी नजरअंदाज के कारण ओवेरियन कैंसर का पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है जबकि यह सबसे ज्यादा इलाज योग्य है.
इन लक्षणों को बिल्कुल भी न करें नजरअंदाज
हेल्थ एक्सपर्ट अमीना अहमद का कहना है कि अगर महिलाओं के अपने शरीर में किसी भी तरह की परिवर्तन नजर आते हैं और वह कुछ दिनों में ठीक नहीं होते तो तुरंत अपने डॉक्टर्स से सलाह लेनी चाहिए. अगर कुछ दिनों के इलाज के बाद भी सब कुछ पहले जैसा नॉर्मल नहीं होता तो यह एक गंभीर संकेत हैं. डॉ. अहमद का कहना है कि ओवेरियन कैंसर की शुरुआत से ही कुछ अलग लक्षण दिखने लगते हैं जिन्हें पहचाना काफी जरूरी है.
सूजन का आना : लगभग हर महिला अपने पेट में सूजन का अनुभव कभी न कभी करती है. कई बार पेट का भरा हुआ महसूस होना जिससे दिनचर्चा में काफी असहजता होती है. जबकि वहीं पेट का फूला हुआ होना एक सामान्य बात है. मासिक चक्र के आसपास सूजन आ जाना और कई हफ्तों तक इसका बना रहना एक बड़ा संकेत हैं ओवेरियन कैंसर का. पेट में सूजन का बना रहना आपके लिए एक रेड साइन हो सकता है, जिसे आपको समझना होगा.
कब्ज का बना रहना : अगर आप कई दिनों से कब्ज की समस्या से पीड़ित हैं तो यह भी ओवेरियन कैंसर का एक संकेत हो सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आपको अपने पेट में किसी भी तरह के बदलाव समझ में आते हैं चाहे वह आंतरिक हों या फिर बाहरी तो एक्सपर्ट से जरूर सला लें.
लंबे समय तक दर्द का बना रहना : अगर आप पिछले दो या तीन सप्ताह में पेट या फिर उसके निचले हिस्से में दर्द महसूस करते हैं तो यह भी ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकता है. यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि क्या ये दर्द आपके लिए नया है या फिर पहले भी हो चुका है. ऐसे दर्द को किसी भी तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अगर आप अपने आहार में बदलाव करती हैं और दर्द ठीक हो जाता है तो यह सामान्य हो सकता है.
ओवेरियन कैंसर में सबसे मुश्किल बात यह है कि इसके लक्षण सामान्य बीमारियों से काफी मिलते जुलते हैं जिसकी वजह से लोग सामान्य तौर पर इसके शुरुआती स्टेज को पकड़ नहीं पाते. डॉ. अहमद कहती हैं कि यही कारण है कि लोग तब इलाज के लिए पहुंचते हैं जब यह कैंसर कई स्टेज को पार कर जाता है.
मूत्राशय में चेंजेज आना
ओवेरियन कैंसर की एक पहचान यह है कि अगर आपको अचानक से कई दिनों तक ट्वॉयलेट में कुछ दिक्कतें आ रही हैं. जैसे पेशाब करते समय दर्द का महसूस होना, जलन होना. ऐसी समस्याओं को लोग अक्सर इंफेक्शन मान लेते हैं और यह धीरे धीरे काफी दिक्कतें देने लगता है. इसके अतिरिक्त अगर आपको जल्दी जल्दी पेशाब आता है तो यह भी ओवेरियन कैंसर का एक संकेत हो सकता है.
डॉ. अहमद कहती हैं, “यदि ये मूत्र संबंधी लक्षण आपके लिए नए हैं और कई दिनों से अधिक समय तक चलते हैं, तो यह एक बड़ी समस्या है. ऐसी स्थिति में आपको अपने एक्सपर्ट से जरूर सलाह लेनी चाहिए.
खाने में कठनाई होना
अगर आप अंडाशय के कैंसर से ग्रसित हैं आपको भूख नहीं लगेगी. हालांकि ये दिखने में एक सामान्य लक्षण है लेकिन ओवेरियन कैंसर के ये एक बड़ा संकेत है. अगर आप अब कम भोजन को भी बड़ी मुश्किल से खत्म कर पाती हैं और आपके लिए नया लक्षण है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
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