- प्याज लहसुन के भाव लागत से भी कम मिलने से किसानों में आक्रोश
सीहोर। क्षेत्र में प्याज और लहसुन की बंपर उत्पादन होने के बाद भी किसान परेशान हैं क्योंकि किसानों को मंडियों में प्याज लहसुन के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। व्यापारी 200 से लेकर 400 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों से प्याज लहसुन खरीद रहे हैं। अपनी उपज के उचित दाम नहीं मिलने से हताश होकर किसान नदियों में और सड़कों पर प्याज लहसुन फेंक रहे हैं। बुधवार को श्यामपुर के ग्राम हिंगोनी के किसानों ने प्याज लहसुन से भरी दर्जनों बोरियां पार्वती नदी में फेंक कर अपना विरोध जताया, वहीं गुरूवार को जावर क्षेत्र के किसानों ने लहसुन और प्याज की माला पहनकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। कुछ जगह गुस्साएं किसानों ने लहसुन में आग लगाकर सोशल मीडिया पर फोटो भी जारी किए।
बोले किसान करेंगे विधायक सांसद के घरों का घेराव किसान सूर्यपाल सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सभी किसानों ने मिलकर जावर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कजलास, जीवापुर महोडिय़ा, बिशुखेड़ी और कुंडिया नाथू के किसान मौजूद थे। वही ज्ञापन वाचन में सूर्यपाल सिंह ठाकुर ने कहा आज किसान अपनी फसल के उचित मूल्य प्राप्त करने के लिए तरस रहा है किसान अपना पेट नहीं भरता किसान तो पूरे प्रदेश और देश की जनता का पेट भरता है, लेकिन किसान आज पूरी तरह बर्बाद हो रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग है कि कृषि उपज लहसुन एवं प्याज का निर्यात तुरंत प्रभाव से लागू करवाए या भावांतर योजना या राजस्थान की तर्ज पर बाजार हस्तक्षेप योजना को लागू करवाएं इसके संबंध में मध्यप्रदेश शासन को भी प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजा जाना चाहिए।