नई दिल्ली: देशभर में मॉनसून के चलते भारी बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश कई राज्यों के लिए आफत बनकर आई है. मंडी में बंजार औट बाईपास को औट से जोड़ने वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया है. पुल का नदी में बहने का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में पुल चंद सेकंड के अंदर ही पानी के बहाव में बहता नजर आ रहा है.
पहाड़ी राज्यों में जलप्रलय
मौसम विभाग के पूर्वानूमान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अभी दो दिन और जमकर बारिश होगी. ये राज्य पहले से ही बारिश के चलते मुसीबत झेल रहे हैं. कुल्लू में व्यास नदी में उफान के चलते चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा बह गया. जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में भी बारिश के भूस्खलन की तस्वीरें सामने आई हैं. ऐसे में मौसम विभाग का ये पूर्वानूमान पहाड़ी राज्यों की मुश्किलें और बढ़ा सकती है. फिलहाल तीनों ही राज्यों में प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
हिमाचल में बारिश से तबाही
भारी बारिश के चलते मनाली और कुल्लू के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन के मामले भी सामने आए हैं. इसके चलते कुल्लू-मनाली और मनाली से अटल टनल और रोहतांग के बीच का रास्ता बंद कर दिया गया है. भारी बारिश के चलते पूरा कुल्लू और मनाली पानी में डूबा नजर आ रहा है. यहां की नदियां और नाले उफान पर हैं. सरकार ने राज्य के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आगामी 10 और 11 जुलाई को बंद रखने के निर्देश दिए हैं. राज्य में पिछले 24 घंटे के बारिश के चलते 5 व्यक्तियों की मौत की भी खबर है.
ये राष्ट्रीय राजमार्ग हुए बंद
शनि मंदिर औट के पास भूस्खलन और पहाड़ों से चट्टानें खिसकने के कारण मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया. भूस्खलन के कारण कटौल होते हुए मंडी-कुल्लू मार्ग भी बंद हो गया है. पंडोह-गोहर-चैलचौक-बग्गी-सुंदरनगर सड़क खुली लेकिन भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित है. हिमाचल प्रदेश के मंडी में बंजार औट बाईपास को औट से जोड़ने वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया है. इससे काफी नुकसान हुआ है.
कश्मीर और उत्तराखंड में भी बारिश का कहर
साथ ही खराब मौसम के चलते कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को लगातार तीसरे दिन रोक दिया गया है. इसके चलते 6 हजार अमरनाथ यात्री रामबन में फंस गए हैं. जम्मू पुंछ में सेना के दो जवान पोशाना नदी में बह गए हैं. फिलहाल उनके लिए रेस्कयू ऑपरेशन चलया जा रहा है. वहीं, तावी नदी में जलस्तर बढ़ गया है. नेशनल हाईवे 44 फिलहाल बंद है. वहीं उत्तराखंड के छिनका के पास भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया और कुमाऊं मंडल में चंपावत में एनएच-9 बंद हो गया है.
दिल्ली के लिए येलो अलर्ट
पहाड़ी राज्यों के अलावा पंजाब, हरियाणा, यूपी और पूर्वी राजस्थान में अगले दो दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं दिल्ली के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. देश की राजधानी दिल्ली में भारी बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. IMD के आंकड़ों के मुताबिक, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है. इससे पहले 25 जुलाई 1982 को 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. साल 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है.
पंजाब के एक कॉलोनी में चलानी पड़ी नाव
पंजाब में बारिश ने काफी कहर मचाया है. यहां के कई प्रमुख शहरों की सड़कें बारिश के पानी से लबालब हैं. चंडीगढ़ के डेरा बस्सी में लगातार बारिश के बाद स्थित एक निजी हाउसिंग कॉलोनी में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है. यहां गाड़ियां पानी में डूबी नजर आ रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि सोसायटी में नाव चलवानी पड़ी. वहीं, मोहाली के खरड़ इलाके में एक घर बारिश के चलते ढह गया.
सुखना झील का फ्लड गेट खोला गया
उधर, चंडीगढ़ में सुखना झील का जलस्तर बढ़ने से फ्लट गेट खोलने पड़े हैं. कई इलाकों में मुख्य सड़कों और चौकों पर पानी भर गया है. घरों के अंदर भी पानी पहुंच गया है. झील का निर्धारित जलस्तर 1162 है, लेकिन उसके 1163 होने के तुरंत बाद फ्लड गेट खोले गए. झील का पानी चंडीगढ़ के गांव किशनगढ़ से होते हुए बलटाना और जीरकपुर के बाद घग्गर की और बढ़ रहा है.
हरियाणा , उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी भारी बारिश
हरियाणा के भी कई शहर भारी बारिश का कहर झेल रहे हैं. यहां के पंचकुला के मोरनी हिल्स पर भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ. गुरुग्राम के कई हिस्सों में पास के इलाके में गंभीर जलजमाव हो गया है. इस दौरान भारी बारिश के बीच गाड़ियां फंसी रेंगती नजर आईं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश और राजस्थान के भी इलाकों से बारिश के चलते जलजमाव की तस्वीरें सामने आई हैं.
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