इन्दौर। लोकसभा चुनाव के लिए जिला प्रशासन व निर्वाचन विभाग तैयारियों में जुट गया है। कल मतदाता सूची की विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक में सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया गया। इस बार 2486 मतदान केंद्रों में से 1575 जहां सरकारी भवनों में बनाए जाने है, वहीं 900 से अधिक निजी भवन का चिन्हांकन किया गया है।
विधानसभा चुनाव के बाद मतदाता सूची का पुनरीक्षण का कार्य शुरू किया जा चुका है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए चुनाव आयोग ने समय सीमा और कैलेण्डर जारी कर दिया है, जिसमें दावे आपत्तियां दर्ज करने के लिए 22 जनवरी तक का समय निर्धारित किया गया है। वहीं विशेष कैम्प लगाकर 13 और 20 जनवरी के शनिवार को मतदाता परिचय पत्र और नए मतदाता जोडऩे का अभियान चलाया जाएगा, वहीं दावे् आपत्तियों के निराकरण के लिए दो फरवरी तक की समय सीमा तय की गई है। निर्वाचन विभाग के अनुसार निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 8 फरवरी गुरुवार के दिन किया जाना है। कल हुई राजनीतिक दलों की बैठक में विभाग ने विधानसभावार जिन भवनों में मतदान केंद्र बनाए जाना है, उनकी भी जानकारी मुहैया कराई।
यहां रहेंगे केंद्र
विधानसभा वार मतदान केंद्रों की संख्या पर नजर दौड़ाई जाए तो सबसे अधिक मतदान केंद्र विधानसभा पांच में चिन्हित किए गए हैं। यहां 341 मतदान केंद्रों की संख्या है, वहीं इंदौर एक में 312 और सांवेर में 305 सबसे अधिक केंद्र नजर आएंगे। बाकी विधानसभा क्षेत्रों में क्रमश: विधानसभा 2 में 296, विधानसभा 3 में 193, विधानसभा 4 में 211, आम्बेडकर महू में 260, राऊ में 291 केंद्र बनाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 2486 मतदान केंद्र चिन्हित कर लिए गए है। इन केंद्रों को बनाने के लिए जिला प्रशासन ने 1575 सरकारी भवनों के साथ साथ 908 भवनों के दुरुस्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव को अंजाम देने के लिए सबसे पहले मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया जा रहा है, जिसमें 2486 बीएलओ की जिम्मेदारियां तय करते हुए 228 सुपरवाइजर भी तैनात किए गए हैं।
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