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12 लाख में से सिर्फ 1.34 लाख Metricton मूंग का होगा उपार्जन

July 30, 2021

  • कृषि मंत्री ने दी जानकारी, खरीदी कब शुरू होगी तय नहीं

भोपाल। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के बयान एवं आंकड़ों पर भरोसा करें तो मूंग उत्पादक किसानों की उम्मीदों पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। मंत्री ने ऐलान किया है कि समर्थन मूल्य पर सभी किसानों का मूंग खरीदा जाएगा, लेकिन खरीदी प्रक्रिया कब शुरू होगी, यह तय नहीं है। मंत्री के अनुसार प्रदेश में 12 लाख 16 हजार मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ है। जबकि प्रदेश को 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन मंगू खरीदने की अनुमति मिली है।
हालांकि ग्रीष्मकालीन मूंग होगी। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि केन्द्र सरकार से 2 लाख मीट्रिक टन से अधिक मूंग समर्थन मूल्य पर उपार्जित किये जाने की अनुमति माँगी गई है। प्रदेश को एक लाख 34 हजार मीट्रिक टन ग्रीष्मकालीन मूंग के उपार्जन की अनुमति प्राप्त हुई थी। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा किये गये सर्वे अनुसार प्रदेश में 12 लाख 16 हजार मूंग का उत्पादन हुआ है। श्री पटेल ने बताया कि लगभग 2 लाख मीट्रिक टन की और खरीदी के लिये उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी विवेक अग्रवाल से दूरभाष पर चर्चा की है। मध्यप्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त केके सिंह विशेष अनुमति प्राप्त करने के लिये दिल्ली में हैं।

केंद्रीय मंत्री से मिले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली प्रवास के दौरान चौहान ने केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मांडविया से मुलाकात कर फार्मा क्षेत्र में विस्तार के लिए प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेस पार्क की स्वीकृति शीघ्र प्रदान करने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंंने यूरिया और डी.ए.पी. के विषय में भी चर्चा की। उन्होंने अनुरोध किया कि केन्द्र में यूरिया और डी.ए.पी. की लम्बित मांग को शीघ्रातिशीघ्र जारी किया जाय जिससे किसानों को बुआई में किसी प्रकार व्यवधान उत्पन्न न होने पाये।

प्रस्ताव केंद्र में स्वीकृति के लिए है लंबित
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि 1276 करोड़ रुपये की लागत के बल्क ड्रग पार्क और 193 करोड़ रुपये की लागत के मेडिकल डिवासेस पार्क के प्रस्ताव केन्द्र में स्वीकृति हेतु लम्बित हैं। फार्मा क्षेत्र में मध्यप्रदेश की देश में अग्रणी भूमिका है। इंदौर के नजदीक पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्रों में विकास की अनेक संभावनाएँ हैं। प्रदेश में इस क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक अधोसंरचना और कुशल श्रमिक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उपरोक्त प्रस्तावित पार्क के लिए राजधानी भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर दूर मोहासा बाबई औद्योगिक क्षेत्र में 2400 एकड़ भूमि भी चिन्हित कर ली गई है। इसके अलावा लगभग 1500 एकड़ भूमि में उद्योगों की आवश्यकतानुसार अधोसंरचना विकसित की जा चुकी है। उद्योगों के लिए 4.50 रुपये प्रति यूनिट पर प्रचुर मात्रा में बिजली भी उपलब्ध है।

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