इंदौर। संगठन मंत्री (Organization Minister) का पद समाप्त हो जाने के बाद निरंकुश हुए भाजपा (BJP) के जिला अध्यक्ष (District President) और शहर अध्यक्षों पर लगाम कसने के लिए भाजपा ने संभाग स्तर पर प्रभारियों की नियुक्ति तो कर दी थी, लेकिन इन नेताओं (Leaders) की व्यस्तता के कारण उनका बार-बार अपने संभाग के जिलों में जाना मुश्किल होता है। इस पर सहप्रभारियों की नियुक्ति की जा रही है। इंदौर संभाग में राघवेंद्र गौतम की नियुक्ति प्रभारी के रूप में की गई है, जिन्हें लगातार संगठन के कामों को आगे चलायमान करने के लिए कहा गया है।
इंदौर संभाग में भगवानदास सबनानी (Bhagwandas Sabnani) को संगठन के प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। वे समय-समय पर आकर इंदौर (Indore) में बैठकें भी लेते हैं, लेकिन अपना पूरा समय नहीं दे पाते हैं। कई बार तो सबनानी भोपाल से ही औपचारिकताएं पूरी कर देते हैं, क्योंकि उनके पास भोपाल के प्रदेश कार्यालय का दायित्व भी है। सबनानी के आने के बाद माना जा रहा था कि इंदौर संभाग के सभी जिला संगठनों पर नकेल कसेगी, लेकिन पिछले निगम चुनाव में ऐसा नहीं देखने को मिला और सब जगह मनमानी हुई। यही नहीं इस बार अधिकांश भाजपा के बागी चुनावी मैदान में खड़े हुए और जीतने वाले प्रत्याशियों के समीकरण गड़बड़ा गए थे, लेकिन अब प्रभारी के साथ-साथ सहप्रभारी भी संभागों में बनाए जा रहे हैं। इंदौर में राघवेंद्र गौतम को सहप्रभारी की जवाबदारी मिली है। यह पहले बड़वानी जिले के प्रभारी थे। संघ की पृष्ठभूमि के गौतम शिवपुरी जिले से आते हैं और वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में कई जिलों में काम भी कर चुके हैं। उन्हें कुशल संगठक के रूप में भी माना जाता है। राघवेंद्र की नियुक्ति के बाद इंदौर तथा अन्य जिलों में इसका क्या असर होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन संगठन के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से लेकर प्रदेशस्तर के नेताओं तक उनका बेहतर समन्वय निश्चित ही संभाग में संगठन के कामों को मजबूत करेगा।
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