नई दिल्ली: हरियाणा में फॉरेस्ट रेंजर और डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर पोस्ट के लिए युवतियों/महिलाओं की छातियों को मापने का आदेश जारी होने के बाद विवाद शुरू हो गया है. हरियाणा सरकार के इस आदेश को Congress ने तुगलती फरमान बताया है. दरअसल, हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (HSSC) ने फॉरेस्ट रेंजर, डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर और फॉरेस्टर पदों पर नियुक्ति के लिए नोटिफिकेशन जारी किया. इसमें महिला उम्मीदवार के फिजिकल मेजरेंट टेस्ट (PMT) के बनाए गए क्राइटीरिया में छापी मापने को भी शामिल किया है.
भर्ती नोटिफिकेशन में कहा गया है कि रेंजर पोस्ट के लिए भर्ती होने वाली महिलाओं की छाती अनएक्सपेंडेड होने पर 74 सेंटीमीटर व एक्सपेंडेड होने पर 79 सेंटीमीटर होनी चाहिए. नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद विपक्षी कांग्रेस मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने सरकार के महिलाओं के छाती मापने के आदेश की तुलना तुगलकी फरमान से कर दी है. कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है.
सरकार को याद दिलाया छाती नहीं मापने का नियम
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने खट्टर सरकार नया तुगलकी फरमान लेकर आई है. हरियाणा में अब बेटियों की छाती मापी जाएगी. सरकार फॉरेस्ट रेंजर व डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर की भर्ती के लिए छाती मापने वाली है. उनका कहना है कि सरकार नोटिस जारी कर कहती है कि अब बेटियों की छाती मापी जाएगी.
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सरकार को याद दिलाया कि सेंट्रल फोर्सेज से लेकर अन्य पुलिस फोर्सेज में भी महिलाओं की छाती नापने का नियम अब नहीं है. सुरजेवाला का कहना है कि फॉरेस्ट रेंजर व डिप्टी रेंजर पद की नियुक्ति के लिए भर्ती प्रक्रिया में ये क्राइटीरिया रखकर बेटियों का अपमान किया जा रहा है. उन्होंने भर्ती नियम को क्रूरतापूर्ण, बचवाना और बेवुकफाना करार दिया है. कांग्रेस नेता की तरफ से मांग की गई कि सरकार को तुरंत बेटियों से माफी मांगनी चाहिए और अपनी इस शर्त को वापस लेना चाहिए.
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