उज्जैन। कृषि उपज मंडियों में मॉडल मंडी एक्ट लागू किए जाने का विरोध प्रदेशभर में शुरू हो गया है। गुरुवार को कृषि उपज मंडी,चिमनगंज के कर्मचारियों ने मंडी गेट पर धरना दिया और प्रदर्शन करते हुए मॉडल मंडी एक्ट लागू किए जाने का विरोध किया।
मंडी कर्मचारियों ने नारेबाजी भी की। इनका कहना था कि यह एक्ट न तो मंडी कर्मचारियों के और न ही अधिकारियों के हित में है। किसान, हम्माल और तुलावटियों का भी नुकसान होगा। एक्ट लागू होने से बहुराष्ट्रीय कंपनियों का हस्तक्षेप बढ़ेगा और मंडी बोर्ड के हाथों में कुछ नहीं रहेगा। नतीजतन मंडी शुल्क की वसूली नहीं हो पाएगी। मंडी के कर्मचारियों-अधिकारियों को वेतन देने के लिए रूपयों का इंतजाम भारी पड़ जाएगा। चेतावनी दी कि यदि 20 जुलाई तक इस संबंध में कोई उचित निर्णय नहीं हुआ तो प्रदेशभर के मंडी बोर्ड कर्मचारी विधानसभा का घेराव करेंगे।