नई दिल्ली । विपक्षी दलों के वॉकआउट (Walkout of Opposition Parties) और चीनी अतिक्रमण पर (On Chinese Encroachment) चर्चा की मांग पर (On the Demand of Discussion) केंद्रीय मंत्री (Union Minister) गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा कि विपक्षी दल (Opposition parties) सेना को अपमानित करने (To Humiliate the Army) का काम कर रहे हैं (Are Working) ।
विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, अमेरिका भी भारत की तारीफ करते हुए यह कह रहा है कि अरुणाचल में भारत के जवानों ने चीन के सैनिकों को खदेड़ दिया, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते करते देश की आलोचना करने लग गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल सेना को अपमानित करने का काम कर रहे हैं और इन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के समय भी यही किया था। विपक्ष की चर्चा की मांग को खारिज करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्री संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा में बयान दे चुके हैं तो इस पर अब किस बात की चर्चा की मांग की जा रही है। यह बजट नहीं है जिस पर चर्चा कराई जाए, यह देश की रक्षा और सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
भारत और चीन की सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने बुधवार को लोक सभा में जमकर हंगामा किया। चीन के मसले पर चर्चा की मांग को नकार देने के बाद सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने लोक सभा से वॉकआउट कर दिया। अन्य कई विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस का साथ देते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने देश में संसदीय जिम्मेदारी और 1962 की लड़ाई पर सदन में हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि संसद में इस मसले पर चर्चा होनी ही चाहिए। रक्षा मंत्री के बयान को लेकर टिप्पणी करते हुए थरूर ने मीडिया से कहा बिना कोई सवाल लिए, बिना दूसरों की बात सुने एक छोटा सा बयान दे देना लोकतंत्र नहीं है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved