नई दिल्ली(New Delhi) । महाराष्ट्र में विधानपरिषद चुनाव(Legislative council elections in Maharashtra) में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन (Superb performance)दिखाया है। इस चुनाव में महाविकास अघाड़ीMahavikas Aghadi() का एनसीपी शरद पवार गुट (NCP Sharad Pawar faction)समर्थित एक उम्मीदवार को पटखनी दी है। विपक्षी गठबंधन अपने विधायकों को एकजुट नहीं रख पाया। माना जा रहा है कि कांग्रेस के 6-7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 11 में से सभी नौ सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा की पंकजा मुंडे सहित महायुति गठबंधन के सभी नौ उम्मीदवारों ने चुनाव जीते।
एमवीए गठबंधन से शिवसेना (यूबीटी) के मिलिंद नार्वेकर और कांग्रेस से प्रज्ञा सातव ने चुनाव जीता, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) द्वारा समर्थित किसान और श्रमिक पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के जयंत पाटिल चुनाव हार गए।
गौरतलब है कि 11 विधान परिषद सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थे, जिसके कारण चुनाव की नौबत आ गई। इस हार का खामियाजा सिर्फ जयंत पाटिल को भुगतना पड़ा।
शिंदे ने कांग्रेस में लगा दी शेंध
रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक सामने आए वोटों के आंकड़ों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस के सात वोट बंट गए हैं। कांग्रेस के पास कुल 37 विधायक हैं। इनमें से 25 विधायकों ने प्रज्ञा सातव को अपनी पहली वरीयता के वोट दिए। कांग्रेस के 12 पहली वरीयता के वोट अतिरिक्त थे। मिलिंद नार्वेकर को 22 पहली वरीयता के वोट मिले, जबकि उद्धव सेना के पास केवल 15 सदस्य हैं। अगर कांग्रेस ने बाकी सात वोट जोड़ भी दिए तो पांच वोटों का सवाल रहस्य बना हुआ है। वहीं, जयंत पाटिल को पहली वरीयता के 12 वोट मिले, जो एनसीपी (सपा) गुट के थे।
आठ उम्मीदवारों ने पहली वरीयता के वोट पाकर चुनाव जीता। बाकी उम्मीदवारों को दूसरी पसंद के वोटों पर निर्भर रहना पड़ा। जीत के लिए कम से कम 23 पहली वरीयता के वोटों की जरूरत थी।
उम्मीदवारों को मिले वोट इस प्रकार हैं-
भाजपा
पंकजा मुंडे – 26 (विजेता)
परिणय फुके – 26 (विजेता)
अमित गोरखे – 26 (विजेता)
योगेश तिलेकर – 26 (विजेता)
सदाभाऊ खोत – 14 (दूसरे दौर में विजेता)
एनसीपी (अजित पवार)
शिवाजी राव गर्जे – 24 (विजेता)
राजेश विटेकर – 23 (विजेता)
शिवसेना (एकनाथ शिंदे)
कृपाल तुमाने – 24 (विजेता)
भावना गवली – 24 (विजेता)
कांग्रेस
प्रज्ञा सातव – 25 (जीती)
शिवसेना (यूबीटी)
मिलिंद नार्वेकर – 22 (दूसरे दौर में विजेता)
पीडब्ल्यूपी
जयंत पाटिल – 12 (हारे)
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने करीबी मिलिंद नार्वेकर को मैदान में उतारने और विधायकों की संख्या कम होने के बावजूद अंतिम चरण में जीत हासिल की। चुनाव जीतने वाले पांच भाजपा उम्मीदवारों में दो अन्य पिछड़ी जाति के उम्मीदवार, एक दलित उम्मीदवार, एक मराठा उम्मीदवार और हाल ही में बीड से लोकसभा चुनाव हारने वाली पंकजा मुंडे शामिल हैं।
शिंदे ने सुधारी गलती
एकनाथ शिंदे ने लोकसभा में दो मौजूदा विधायकों को मौका न देने की गलती सुधारी और भावना गवली और कृपाल तुम्हाने को मैदान में उतारा जो कि विधान परिषद के लिए चुने गए। हालांकि जयंत पाटिल को शरद पवार की एनसीपी का समर्थन प्राप्त था, लेकिन एमवीए के अन्य सहयोगियों ने उनका समर्थन नहीं किया। जिसके परिणामस्वरूप उनकी हार हुई।
कांग्रेस विधायकों ने प्रज्ञा सातव को 25 वोट और नार्वेकर को लगभग छह या सात वोट दिए। लेकिन इसके बाद भी इसकी संभावना है कि लगभग सात विधायकों के क्रॉस वोटिंग की है।
अजित पवार भी मजबूत
इस नतीजे से एक बात जो उभर कर सामने आई है, वह यह है कि एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ गए विधायक लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी उनके साथ हैं। इससे यह भी राजनीतिक संदेश भी जाता है कि शिंदे और अजित पवार के गुट अभी भी मजबूत हैं।
भले ही महाराष्ट्र में कांग्रेस को लोकसभा में सबसे ज्यादा सीटें मिली हों, लेकिन इन नतीजों से यह भी पता चलता है कि उनका अपने विधायकों पर पूरा नियंत्रण नहीं है। अगर कांग्रेस की ओर से एक बार फिर क्रॉस वोटिंग होती है, तो विधानसभा चुनाव से पहले राज्य नेतृत्व को अभी भी सोचना होगा।
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