दूसरी बैठकों में हारे हुए भाजपा प्रत्याशी को बुलाने के खिलाफ लामबंद हुए कांग्रेसी पार्षद
इंदौर। विपक्ष के पार्षद आज महापौर के साथ बैठक करने जा रहे हैं। यह बैठक हंगामेदार हो सकती है, क्योंकि कुछ पार्षदों का कहना है कि पिछले दिनों जब महापौर ने झोनल स्तर पर बैठकें ली थीं तो हमें न बुलाकर भाजपा के हारे हुए प्रत्याशियों को बुलाया, जो गलत और विधि के विरुद्ध भी है। हालांकि नेता प्रतिपक्ष (opposition leader) ने स्पष्ट किया है कि यह बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में होगी, जिससे हमारे वार्ड के विकास को गति मिल सके।
पिछले दिनों महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Mayor Pushyamitra Bhargava) ने क्षेत्रीय झोनल अधिकारियों, वहां के पार्षद, एमआईसी मेंबर और विधायकों के साथ बैठक की थी। इन बैठकों में वार्ड के विकास को लेकर चर्चा भी हुई थी और पार्षदों से पूछा था कि उनके वार्ड में किस तरह के विकास कार्य बाकी हैं और कौन से काम प्राथमिकता के आधार पर होना हैं। जहां-जहां भाजपा के पार्षद हैं, वहां तो उन्हें बुलाया गया, लेकिन जहां कांग्रेस के पार्षद हैं, वहां से हारे हुए प्रत्याशी शामिल हुए। इसे लेकर कांग्रेस नेताओं में नाराजगी है। कांग्रेस के एक पार्षद ने इस पर आपत्ति भी ली थी। आज होने जा रही बैठक में कांग्रेसी पाषदों द्वारा इसी बात को लेकर हंगामे की संभावना भी नजर आ रही है। कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि बैठकों में कभी हारे हुए किसी व्यक्ति को नहीं बुलाया जाता है, केवल पार्षदों को ही बुलाया जाता है, लेकिन महापौर नई परंपरा खड़ी कर रहे हैं, जो निगम कानून के खिलाफ भी है। हालांकि आज होने वाली महापौर और कांग्रेस पार्षदों के बीच पहली बैठक का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे करेंगे। चौकसे ने कहा कि हम सभी कांग्रेसी शहर के विकास के लिए महापौर के साथ हैं और उनकी हरसंभव मदद करेंगे, पर इस तरह का व्यवहार हमें मंजूर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी पार्षदों से कह गया है कि अपने क्षेत्र के कार्यों की सूची प्राथमिकता के आधार पर बनाकर लाएं, ताकि जनता के काम करवाए जा सकें।
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