नई दिल्ली. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म (American short seller firms) हिंडनबर्ग (Hindenburg) एक बार फिर सुर्खियों (Headlines) में है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया है कि व्हिसलब्लोअर (Whistleblower) दस्तावेजों से पता चला है कि SEBI चेयरमैन की अडानी मनी साइफनिंग (Adani Money Siphoning) घोटाले में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी.
दावे के बाद विपक्ष हमलावर
हिंडनबर्ग के दावे के तुरंत बाद विपक्ष हमलावर हो गया है. शिवसेना (UBT) प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘हमें अब पता चला कि आखिर हमारी चिट्ठियों पर कोई जवाब क्यों नहीं दिया गया और वह संज्ञान में क्यों नहीं ली गईं. हमाम में सब नंगे हैं.’
Now we know why our letters went unanswered and unacknowledged.
हमाम में सब नंगे है https://t.co/q6jozCijjB
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) August 10, 2024
महुआ मोइत्रा ने भी कसा तंज
This is both Conflict and Capture of SEBI. Chairperson of SEBI is an opaque investor in Adani Group. Samdhi Cyril Shroff is on Corporate Governance Committee. No wonder all complaints to SEBI fall on deaf ears.https://t.co/lCsa8ybeHU
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 10, 2024
वहीं, TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने भी X पर पोस्ट कर हमला बोला है.
रिपोर्ट में किया गया है ये दावा
शनिवार शाम को हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक और पोस्ट करते हुए अपनी वेबसाइट पर इस खुलासे दावा करते हुए इससे संबंधित रिपोर्ट शेयर की. हिंडनबर्ग ने इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और SEBI चीफ के बीच लिंक होने का दावा किया गया है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया है कि व्हिसलब्लोअर से मिले दस्तावेजों से पता चलता है जिन ऑफशोर संस्थाओं का इस्तमाल अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में हुआ, उसमें SEBI अध्यक्ष माधबी पुरी बुच की हिस्सेदारी थी.
जयराम रमेश ने भी कसा तंज
रिपोर्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने लिखा है, “व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड 1 के साथ अपना खाता खोला। आईआईएफएल के एक प्रिंसिपल द्वारा हस्ताक्षरित फंड की घोषणा में कहा गया है कि निवेश का स्रोत सैलरी है और दंपति की कुल निवेश 10 मिलियन डॉलर आंका गया है.”
Quis Custodiet Ipsos
Custodes https://t.co/2r043wRiFl— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 10, 2024
रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी X पर तंज किया है.
वहीं टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने भी सेबी की स्वायत्तता पर सवाल उठाया है. उन्होंने X पर पोस्ट में लिखते हुए कथित एग्जिट पोल-स्टॉक मार्केट घोटाले का भी जिक्र किया.
बता दें कि जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अरबपति गौतम अडानी द्वारा नियंत्रित अडानी ग्रुप को टारगेट करते हुए एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की थी. इसके बाद अडानी समूह के शेयरों में करीब $86 बिलियन की गिरावट आ गई थी. शेयर की कीमत में इस भारी गिरावट ने बाद में समूह के विदेश में सूचीबद्ध बॉन्ड में भारी बिक्री दर्ज की गई थी. साथ ही सेबी ने भी हिंडनबर्ग को नोटिस जारी किया था.
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