इंदौर। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में भाजपा (BJP) कई सीटों पर नए चेहरों को उतार सकती है। परिवारवाद (Family) से मुक्ति और नेताओं के बेटों को टिकट न देने का फार्मूला भी सख्ती से अमल में लाया जाएगा, जिसके चलते सांवेर सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों ( Assembly constituencies) में बेटों को मौका नहीं मिलेगा।
वहीं सुदर्शन गुप्ता (Sudarshan Gupta), जीतू जिराती(Jitu Jirati), मधु वर्मा (Madhu Verma) सहित अन्य उन भाजपा नेताओं को फायदा होगा, जिन्होंने निगम चुनाव में अपने-अपने क्षेत्रों से महापौर और भाजपा के पार्षद प्रत्याशियों को अच्छे मत और लीड दिलवाई। विधानसभा एक में सबसे बड़ा उलटफेर हुआ, जहां संजय शुक्ला बड़ी लीड हासिल करने का दावा कर रहे थे। उन्हें 20 हजार से अधिक मतों से अपने ही क्षेत्र में हारना पड़ा। वहीं विधानसभा 3 में भी भाजपा की लीड ना सिर्फ कायम रही, बल्कि अधिक मत भी भाजपा उम्मीदवारों को मिले। सिर्फ विधानसभा 5 में ही भाजपा के लिए गड्ढा हुआ, लेकिन राऊ ने सर्वाधिक चौंकाया, जहां मात्र 8 वार्ड हैं, लेकिन भाजपा महापौर को 30 हजार से अधिक मतों की लीड मिली, जिसके पीछे मधु वर्मा, जीतू जिराती की विशेष मेहनत रही।
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