रीवा। माघ मेले और तीर्थ यात्रियों (Magh Mela and Pilgrims) की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने रीवा-प्रयागराज सीमा (Rewa-Prayagraj Border) को अस्थायी रूप से सील कर दिया था। 22 घंटे तक बंद रही सीमा को अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है और गाड़ियों को नियंत्रित तरीके से आगे बढ़ने की अनुमति दी जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माघ मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ और प्रयागराज की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारों के कारण रीवा-प्रयागराज बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था। स्थिति बिगड़ने से पहले प्रशासन ने एहतियातन सीमा को सील करने का निर्णय लिया, जिससे हजारों लोग फंसे रह गए।
बॉर्डर पर फंसे यात्रियों ने खाने-पीने और ठहरने की असुविधाओं की शिकायत की। कई श्रद्धालु वाहन न चलने के कारण पैदल ही आगे बढ़ते नजर आए। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को संयम बनाए रखने की अपील की गई। रीवा कमिश्नर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आवश्यक व्यवस्थाएं सुधारने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए बेहतर प्रबंधन किया जाए, ताकि किसी को असुविधा न हो।
प्रशासन ने अब धीरे-धीरे वाहनों को आगे बढ़ाने की अनुमति देनी शुरू कर दी है। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अब भी यातायात नियंत्रित किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस और यातायात विभाग पूरी तरह सतर्क है, ताकि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य किया जा सके। साथ ही श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
वहीं श्रद्धालुओं की मदद के लिए आसपास के गांव के लोग आगे आए और ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए पानी तथा खाने का भी इंतजाम किया था। इसके अलावा लोगों को सुरक्षित स्थान देने के लिए अस्थाई टेंट भी बनाकर आसपास के गांव और प्रशासन की टीम के सहयोग से यह किया।
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