नई दिल्ली। बारिश के दिनों में रेलवे ट्रैक पर जलजमाव की स्थिति में भी वंदे भारत ट्रेन का संचालन प्रभावित नहीं होगा। नए रेल कोच के अंडर-स्लग विद्युत उपकरणों को फ्लड प्रूफ बनाया गया है। 650 मिलीमीटर की ऊंचाई तक बाढ़ का सामना करने में स्वदेशी स्तर पर निर्मित सेल्फ प्रोपेल्ड ट्रेन सेट तैयार किया गया है। इसे पूर्णतया सील किया गया है।
इतना ही नहीं रोगाणुमुक्त हवा की आपूर्ति के लिए अल्ट्रावॉयलेट लैम्पों वाली वातानुकूलन प्रणाली से लैस किया गया है। दिल्ली से जयपुर के मध्य प्रस्तावित वंदे भारत ट्रेन का कोच भी इन्हीं सुविधाओं से लैस है। वहीं, रेलवे ने दिल्ली-वाराणसी रूट पर चलने वाली ट्रेन को जहां सप्ताह में पांच दिन की जगह छह दिन करने का निर्णय लिया है।
20 मार्च से यह ट्रेन प्रत्येक रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को चलेगी। वहीं दिल्ली-जयपुर के बीच भी नई वंदे भारत ट्रेन का सेट तैयार है। 20 मार्च के बाद इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की योजना है। रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन के यात्रियों को भोजन देने के लिए आईआरसीटीसी को निर्देश दे दिया है। दिल्ली से यह ट्रेन शाम 6:30 बजे चलेगी और जयपुर 10:35 बजे पहुंचेगी।
जयपुर से यह ट्रेन सुबह 8 बजे चलेगी और दिल्ली 12:05 बजे पहुंचेगी। दिल्ली से पहली वंदे भारत ट्रेन वैष्णव देवी कटरा के लिए चली थी। ट्रेन में भी अब आधुनिक रूप से डिजाइन किए गए कोच लगाए जा रहे है। नये रूप से तैयार ट्रेन की मुख्य खासियत यह है कि 50 प्रतिशत कोच पावर्ड एक्सल से लैस है यानी हर वैकल्पिक कोच पावर्ड प्रोपेल्ड है।
डिब्बे मॉड्यूलर सीट से लैस
एग्जिक्यूटिव श्रेणी में 180 डिग्री तक घूमने की क्षमता वाली मॉड्यूलर सीट से लैस किया गया है। यात्रियों को सूचना और मनोरंजन के लिए प्रत्येक डिब्बे में 32 इंच वाला एलईडी स्क्रीन लगाया गया है। प्रत्येक कोच में इमरजेंसी लाइट लगी है। आग से बचाने के लिए फायर डिटेक्शन एंड संप्रेशन सिस्टम लगे है।
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