उज्जैन। भैरवगढ़ जेल के समीप जेल प्रशासन द्वारा खुली जेल का निर्माण कराया जा रहा है। यह कार्य करीब 6 माह में पूरा हो जाएगा और यहां बने 20 कॉटेज में 20 कैदी सलाखों के पीछे रहने की बजाय अपने परिवार के साथ रह सकेंगे। भैरवगढ़ जैल अधीक्षक द्वारा इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब आठ माह से केंद्रीय भैरवगढ़ जेल के समीप जेल प्रशासन खुली जेल का निर्माण करवा रहा है। यहां 3 करोड़ की लागत से अच्छे आचरण वाले कैदियों के लिए 100 कॉटेज का दो मंजिला भवन निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। भैरवगढ़ जेल अधीक्षक श्री साहू ने बताया कि फिलहाल यहां पहले चरण में 20 कॉटेज बनाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट भैरवगढ़ जेल के समीप ही 10 से 15 एकड़ जमीन पर ऐसी जेल बनने जा रही है, जो खुली जेल होगी, यानी इसमें कैदियों को सलाखों के पीछे नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि वे परिवार के साथ खुली जेल के अंदर बने 20 कॉटेज में रह सकेंगे। उन्होंने बताया कि शासन की इस योजना का लाभ उन्हीं बंदियों को मिलेगा, जिनका आचरण अच्छा है। इनमें ऐसे कैदियों को रखा जाएगा जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। साथ ही जिनका सजा के दौरान व्यवहार अच्छा रहा हो। पैरोल के दौरान भी उन्होंने किसी प्रकार के नियम का उल्लंघन नहीं किया हो। साथ ही उनके परिवार के लोग बंदियों के साथ रहने के इच्छुक हों। ऐसे कैदियों को मुख्यालय की अनुशंसा पर शासन के दिशा निर्देशों के मुताबिक यहां रहने की जेल प्रशासन अनुमति देगा। अधीक्षक श्री साहू के मुताबिक खुली जेल में रहने वाले कैदी बाहर जाकर आजीविका चलाने के लिए मजदूरी या अन्य कार्य भी कर सकेंगे।
उज्जैन संभाग की पहले खुली जेल होगी
भैरवगढ़ जेल में कैदियों को लेकर किए जा रहे नवाचार के तहत संभाग की पहली खुली जेल बनाई जा रही है। भैरवगढ़ जेल के समीप ही खेड़ापति हनुमान मंदिर के पास जेल प्रशासन की करीब 10-15 एकड़ जमीन पर खुली जेल का निर्माण करवा रहा है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी की पीआईयू विंग को निर्माण एजेंसी तय किया गया है। इस वर्ष 16 फरवरी को भूमि पूजन के बाद यहां निर्माण का कार्य शुरू कर दिए गए थे।
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