इंदौर। इंदौर जिले में लोकसभा चुनाव सम्पन्न कराने के लिए लगभग 15 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी तय कर दी गई है। इंदौर जिले में 2677 मतदान केंद्रों पर सेक्टर अधिकारी 1-2 और 3 लेबल के कर्मचारी लगभग तय कर दिए गए हैं। इनमें 600 से अधिक सरकारी कर्मचारी जो दिव्यांग हैं, उन्हें भी चुनाव ड्यूटी में लगाया जाना है। सिर्फ 90 दिव्यांग ही स्वसहमति से चुनावी ड्यूटी करना चाहते हैं। हालांकि विभाग 40 से 45 प्रतिशत वालों की सूची तैयार कर रहा है।
इंदौर के निर्वाचन विभाग ने लोकसभा चुनाव के लिए दिव्यांग कर्मचारियों की भागीदारी तय कर दी है। सर्वसुविधायुक्त मतदान केंद्रों के साथ अभिनव पहल करते हुए जिला प्रशासन महिला बूथ, युवा बूथ के साथ दिव्यांग बूथ भी बनाएगा, जहां आकर दिव्यांग मतदाता मतदान कर सकेंगे। वहीं यहां तैनात रहने वाले कर्मचारियों में दिव्यांगों की संख्या को भी रखा जा रहा है, ताकि आने वाले मतदाताओं को प्रोत्साहित किया जा सके। इंदौर के मास्टर ट्रेनर आरके पांडे ने सामाजिक न्याय विभाग द्वारा दिलाए गए 300 से अधिक दिव्यांग कर्मचारियों को ट्रेंड किया। ट्रेनिंग के दौरान ड्यूटी करने और आने वाली परेशानियों से निपटने के गुर भी सिखाए गए। काउंसलिंग के दौरान सिर्फ 90 कर्मचारियों ने ही ड्यूटी करने की सहमति प्रदान की है। सामाजिक न्याय विभाग की संयुक्त संचालक सुचिता तिर्कीबेग के अनुसार 40 से 45 प्रतिशत की दिव्यांगता वाले कर्मचारियों को मतदान बूथों पर लगाया जाएगा। वहीं इससे अधिक दिव्यांगता प्रतिशत वालों को कंट्रोल रूम सहित अन्य जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
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