इंदौर। शनिवार को कलेक्टर (Collector) ने गृह निर्माण संस्थाओं (house building institutions) के संबंध में समीक्षा की। इसके आधार पर कल जागृति गृह निर्माण की कालोनी (Colony) राजगृही के सदस्यों की वरीयता सूची जारी की गई। 1362 असल सदस्यों को ही 1500 स्क्वेयर फीट के भूखंड आवंटित किए जाएंगे और साढ़े 1200 स्क्वेयर फीट के आधार पर मंजूर करवाया गया बाद वाला अभिन्यास निरस्त होगा।
भूमाफिया (land mafia) के कब्जे में राजगृही कालोनी भी सालों से रही है। इसकी जमीन दीप गणेश के साथ सविता गृह निर्माण को भी अवैध रूप से बेच दी गई। इन जमीनों को वापस हासिल कर वास्तविक 1362 सदस्यों को मूल रूप से आवंटित होने वाले 1500-1500 स्क्वेयर फीट के ही भूखंड देंगे। जमीन बेचने के बाद भूमाफियाओं ने इन भूखंडों का आकार घटाकर 1200 स्क्वेयर फीट कर दिया था और उसी आधार पर नगर तथा ग्राम निवेश से संशोधित अभिन्यास भी मंजूर करवाया। मगर कलेक्टर मनीष सिंह ने समीक्षा बैठक में स्पष्ट कहा कि मूल अभिन्यास के आधार पर ही 1500 स्क्वेयर फीट के भूखंड आवंटित किए जाएंगे। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने बताया कि कल 1362 सदस्यों की सूची जारी कर दी है और कोई भी व्यक्ति 15 से 22 सितंबर तक जिला सहकारी संघ के किला मैदान स्थित दफ्तर पर इस संबंध में दावे-आपत्तियां प्रस्तुत कर सकता है।
श्री महालक्ष्मी नगर की जमीनों का सीमांकन भी शुरू
कलेक्टर (Collector) के निर्देश पर तहसीलदार सुदीप मीणा और उनकी टीम ने श्री महालक्ष्मी नगर का सीमांकन भी शुरू करवाया। देवी अहिल्या की इस कालोनी में पिछले दिनों भूखंड पीडि़तों को आवंटित किए थे। अब सेक्टर सी और डी सहित अन्य जमीनों का सीमांकन कराया जा रहा है, ताकि रजिस्ट्रीधारकों को मौके पर कब्जा दिलवाया जा सके। इसके साथ ही त्रिशला गृह निर्माण में हस्तांतरित हुई जमीन का भी सीमांकन होगा।
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