कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष मार्च से लेकर जुलाई तक विवाह कार्यक्रम नहीं हो सके और अब बचे हुए वर्ष में सिर्फ 14 मुहूर्त ही विवाह योग्य बताए गए हैं। इन 14 दिनों में भी 5 तिथियां ही विशेष हैं। यानि कि पिछले 6 महीनों में छूटी हुईं शादियों और सर्दियों में होने वाली सैकड़ों शादियों के लिए कम तिथियों का होना विवाह से जुड़े संसाधनों पर दबाव बढ़ा रहा है। शहर के सभी विवाह घर पहले से बुक हो चुके हैं। बैण्ड, घोड़े, बग्घियां भी प्री बुकिंग पर हैं। इतना ही नहीं पंडितों ने भी एक-एक तिथि के 5-5 विवाह बुक कर रखे हैं।
इन तिथियों पर होनी हैं शादियां
नगर के वयोवृद्ध पुरोहित पं. उदयभान रावत ने हिस से चर्चा करते हुए बताया कि इस वर्ष दीवाली उपरांत ग्यारस एकादशी के साथ मांगलिक कार्य शुरू होंगे। 27 नवंबर विवाह की पहली तिथि है। इसके बाद 30 नवंबर, 1 दिसम्बर, 6 दिसम्बर और 11 दिसम्बर को विशेष तिथियां हैं। हालांकि विवाह बीच में भी कुछ तिथियों पर होंगे, लेकिन कुल 14 दिन ही इस वर्ष विवाह हो सकेंगे। इसके बाद वर्ष 2020 में विवाह योग्य कोई तिथि नहीं है और अगले वर्ष भी जनवरी, फरवरी और मार्च में विवाह के मुहूर्त नहीं हैं। अगले वर्ष अप्रैल से ही शादियां प्रारंभ हो सकेंगी। उन्होंने बताया कि अभी से ही कई शादियों के लिए उनके समक्ष प्रस्ताव हैं। अत्यधिक व्यस्तता होने के कारण हम लोग भी सभी शादियों को सम्पन्न नहीं करा पा रहे हैं।
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