प्रमुख ऑनलाइन लर्निंग (premier online learning) और असेसमेंट प्लेटफॉर्म, ओलिवबोर्ड पर रजिस्टर्ड (Registered on the assessment platform, Oliveboard) यूज़र्स की संख्या दस मिलियन के पार हो गई है। इन आंकड़ों के साथ ओलिवबोर्ड ( Oliveboard) ने ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है। ओलिवबोर्ड के 80% यूज़र्स भारत के टियर 2 और 3 शहरों से आते हैं। कंपनी ने पिछले साल जुलाई में आईएएन फंड से 23 करोड़ रुपये की प्री-सीरीज ए फंडिंग भी जुटाई थी।
ओलिवबोर्ड के सीईओ और संस्थापक, अभिषेक पाटिल ने कहा,“10 मिलियन यूज़र्स के साथ हमने महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है और इससे हमारे विकास में तेजी आएगी। हमने टियर 2 और 3 शहरों में रहने वाले छात्रों की तरफ से मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। ये छात्र निजी क्षेत्र की नौकरियों की बजाए सरकारी और बैंक की नौकरियों के इच्छुक हैं। ओलिवबोर्ड में हम अपने विकास की तेज़ गति को बनाए रखेंगे और अगले 18-24 महीनों में अपने यूज़र बेस को 20 मिलियन से ज़्यादा पर ले जाएंगे।”
ओलिवबोर्ड अपने प्लेटफॉर्म के ज़रिए छात्रों को 100 से ज़्यादा परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है। इसके लिए प्लेटफार्म पर विशेष तौर से बने पाठ्यक्रम और असेसमेंट मौजूद हैं। प्लेटफार्म पर मौजूद असेसमेंट परीक्षाओं के टॉपर्स द्वारा बनाए जाते हैं। बेहतरीन फैकल्टी स्थानीय भाषा में पाठ्यक्रम तैयार करती हैं। प्लेटफार्म का प्रोपराइटरी रिकमेन्डेशन इंजन इसकी खासियत है, यह इंजन प्रत्येक छात्र के कमजोर क्षेत्र की पहचान करके उसे सुधारने से जुड़ा कंटेट छात्र को देता है। इनमोबी के पूर्व सहयोगी अभिषेक पाटिल और सतीश कुमार ने इस कंपनी को शुरू किया है। कंपनी ने एमबीए परीक्षाओं के कंटेट के साथ अपनी शुरुआत की थी और उसके बाद कंपनी ने नौकरी से जुड़ी परीक्षाओं के सेगमेंट में प्रवेश किया।
10 मिलियन से ज़्यादा यूज़र्स, 100 से ज़्यादा परीक्षाओं के साथ प्लेटफार्म का यूज़र्स बेस 28 राज्यों के 2500 शहरों में में फैला हुआ है। ओलिवबोर्ड ने परीक्षा की तैयारी के मामले में खुद को प्रमुख एड-टेक कंपनियों में से एक के तौर में स्थापित किया है। इसके साथ ही यह देश में भौगोलिक रूप से सबसे ज़्यादा इलाकों में फैली ऑनलाइन सर्विस में से एक है।