नई दिल्ली (New Delhi) । सीबीआई (CBI) ने साइबर वित्तीय अपराध (cyber financial crime) के जरिए अमेरिका (America) में लोगों को शिकार बना रहे एक बड़े मामले का खुलासा किया है। कार्रवाई के दौरान दिल्ली, एनसीआर (Delhi, NCR) में चार परिसरों में तलाशी अभियान चलाया और विदेशी मुद्रा सहित तीन करोड़ से ज्यादा नकदी, 15 मोबाइल फोन और सात लैपटॉप बरामद किए। बरामद सामग्री में रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन, टेक्स्ट नाउ ऐप, फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग नंबर, अमेरिकी नागरिकों से संबंधित दस्तावेज, क्रिप्टो निवेश, धोखाधड़ी के विवरण वाली चैट और अमेरिकी नागरिकों से बात करने के लिए स्क्रिप्ट शामिल है।
तलाशी के दौरान, एक फर्जी टेक सपोर्ट कॉल सेंटर पाया गया, जहां आरोपी व अन्य व्यक्ति तकनीकी सहायता कर्मियों के रूप में नकली नाम से अमेरिकी नागरिकों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल थे। मौके से 3,09,64,100 रुपए बरामद किए गए। आरोपी फर्जी मोबाइल कॉल सेंटर चलाते थे और हर तीन महीने में लोकेशन बदल लेते थे। उन्हें कथित रूप से अपने स्रोत से सूचनाएं मिल रही थीं और इनके आधार पर वे टेक्स्ट नाऊ एप्लिकेशन के माध्यम से अमेरिका में संभावित टारगेट को कॉल करते थे। आरोपी लोगों को गुमराह करके उनकी परेशानियों को हल करने के बहाने एनी डेस्क जैसे रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके उनके सिस्टम पर नियंत्रण कर लेते थे।
इसके बाद वे सुरक्षा सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल या अपग्रेड करने के लिए गिफ्ट कार्ड खरीदने की सलाह देते और उनसे कार्ड नंबर ले लेते थे। यह भी आरोप है कि आरोपी पीड़ितों से लिए गए गिफ्ट कार्ड नंबरों को हवाला चैनल के माध्यम से नकद प्राप्त करने के लिए विशिष्ट टेलीग्राम समूह को भेजते थे।
सीबीआई ने चार आरोपियों और अन्य अज्ञातों के विरुद्ध 10 जून 2022 को मामला दर्ज किया था। जिसमें कहा गया कि आरोपियों ने अज्ञात व्यक्तियों के साथ षड्यंत्र कर कपटपूर्ण तरीके से अमेरिका के पीड़ितों के डिजिटल संसाधनों तक पहुंच बना ली। साथ ही पीड़ितों के खातों से अपने खाते में डिजिटल संपत्ति और क्रिप्टो करेंसी स्थानांतरित कर दी।
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