इंदौर। ऑनलाइन ठगी (online fraud) के कई मामलों में पैसा कियोस्क के संचालकों के खाते में आने की बात जांच में सामने आने पर पुलिस ने शहर के दो हजार से अधिक कियोस्क संचालकों के लिए गाइड लाइन जारी की है। उनसे कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति को बिना आईडी प्रूफ (id proof) के नकद पैसा न दें।
शहर में ऑनलाइन ठगी (online fraud) की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। रोजाना 30 से 40 शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रही हैं। कुछ समय में पुलिस ने जब शिकायतों की जांच की तो पता चला कि ऑनलाइन ठगी का पैसा एमपी ऑनलाइन और कियोस्क संचालकों के खाते में आया है। ऐसे एक दर्जन से अधिक खाते पुलिस ने फ्रीज करवाए हैं। इसके अलावा ऑनलाइन सट्टे के कुछ मामलों में भी एमपी ऑनलाइन संचालकों के खाते में पैसा गया है। इसके बाद डीसीपी क्राइम निमिष अग्रवाल ने शहर के दो हजार से अधिक एमपी ऑनलाइन और कियोस्क संचालकों के लिए गाइड लाइन बनाई है। उनसे कहा गया है कि कियोस्क के खाते में पैसा जमा करवाकर लोगों को नकद न दें। पैसा निजी खाते में न लें। दुकान पर आवश्यक रूप से कैमरे लगाएं। हर आने वाले व्यक्ति की रजिस्टर में एंट्री करें। किसी को भी पैसा देते हैं तो उसका आईडी प्रूफ और बैंक खाते की जानकारी नोट करें, साथ ही 15 दिन की रिकॉर्डिंग संभालकर रखें, ताकि यदि कोई ठग पैसा लेकर जाता है तो पुलिस उस तक पहुंच सके
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