नई दिल्ली (New Delhi) । इंटरनेट (internet) और स्मार्टफोन (smartphone) की दुनिया में स्कैमर्स (scammers) हर कदम पर बैठे हैं. लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए स्कैमर्स और हैकर्स (hackers) तरह-तरह की चाल चलते हैं. इन चालों में ही फंसकर आप हैकिंग या ऑनलाइन फ्रॉड (online fraud) का शिकार हो जाते हैं. आज हम आप से उन पॉइंट्स पर बात करेंगे, जिनकी मदद से आप ऑनलाइन सुरक्षित रह सकते हैं.
इसके लिए आपको किसी रॉकेट साइन्स की जरूरत नहीं है. बल्कि कुछ बातों को ध्यान रखना होगा. इस तरह से आप ज्यादातर परिस्थितियों में सेफ रह सकते हैं. ऑनलाइन खुद को सुरक्षित रखने के लिए आपको कुछ जरूरी बातें गांठ बांध लेनी चाहिए.
हमेशा अपने ब्राउजर को अपडेट रखें
जिस तरह से आपके मकान की रौनक बनाए रखने के लिए उसे पेंट करने की जरूरत होती है. ऐसा ही कुछ ऑनलाइन जगत में अपडेट्स का रोल है. आप गूगल क्रोम यूज करते हों या फिर कोई और ब्राउजर, हमेशा अपने ब्राउजर को अपडेट करते रहें.
इससे आप ऑनलाइन सेफ रह सकते हैं. हैकर्स आपकी पर्सनल डिटेल्स में सेंधमारी के लिए इन ब्राउजर्स में वल्नेरेबिलिटी खोजते रहते हैं. जबकि इनसे आपको सेफ रखने के लिए कंपनी अपडेट्स रोलआउट करती रहती है.
हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड यूज करें
किसी भी सोशल मीडिया साइट या बैंकिंग क्रेडेंशियल्स के साथ हमें मजबूत पासवर्ड यूज करना चाहिए. कई बार हम आसान पासवर्ड्स यूज करते हैं, ताकि ये हमें आसानी से याद रखें, लेकिन इस तरह की लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है. Google Password Manager आपको स्ट्रॉन्ग और यूनिक पासवर्ड सजेस्ट करता है.
डाउनलोडिंग वॉर्निंग पर भी रखें ध्यान
कई बार कुछ फाइल्स को डाउनलोड करने पर क्रोम आपको वार्निंग का मैसेज शो करता है. अगर आपको भी इस तरह की कोई वार्निंग दिखती है, तो उसे इग्नोर ना करें. अगर आप इस वार्निंग को इग्नोर करके किसी फाइल को डाउनलोड करते हैं, तो आपके फोन या पीसी में मालवेयर एंट्री कर सकता है.
एनहांस सिक्योरिटी प्रोटेक्शन का करें यूज
क्रोम में आपको कुछ स्पेशल सिक्योरिटी ऑप्शन मिलते हैं. आप बेहतर सिक्योरिटी के लिए Enhanced Safe Browsing प्रोटेक्शन को ऑन कर सकते हैं. ये खतरनाक वेबसाइट्स को लेकर बेहतर सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है.
अगर आप गूगल के दूसरे ऐप्स या क्रोम को यूज कर रहे हैं, तो पिछले थ्रेड्स को देखते हुए इस सेटिंग के ऑन होने पर आपको बेहतर सिक्योरिटी मिलेगी.
Two-Step ऑथेंटिकेशन
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑनलाइन लॉगइन्स को और ज्यादा सिक्योर बनाता है. ये किसी भी ऐप या फिर प्लेटफॉर्म पर आपके साइन-इन करने पर सिक्योरिटी की एक और लेयर ऐड-ऑन करता है. ऑनलाइन वर्ल्ड में बेहतर सिक्योरिटी के लिए आपको ये फीचर जरूर ऑन करना चाहिए.
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