इंदौर (Indore)। क्राइम ब्रांच ने कल सिलिकॉन सिटी के एक फ्लैट में छापा मारकर ऑनलाइन गेमिंग ऐप के मध्यम से ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहे नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। बताते है कि यह सट्टा दुबई से संचालित हो रहा है और हवाला के मध्यम से पैसा भेजा जाता है, वहीं अब तक की जांच में सटोरियों ने 200 से अधिक आईडी बांटने के प्रमाण मिले हैं।
कल क्राइम ब्रांच ने धीरज आलीराजपुर, चंदन मोरे गोरखपुर, नितिन गर्ग जबलपुर, दीपक कुशवाह जबलपुर, भारतसिंह बिहार, विशाल बालाघाट, अमन नागपुर, विजय आलीराजपुर और आकाश दर्ग को गिरफ्तार किया था। इन लोगों के पास से 20 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 8 एटीएम कार्ड और करोड़ों का सट्टे का हिसाब-किताब मिला था। इन लोगों से हुई पूछताछ में पता चला है कि यह ऑनलाइन सट्टा दुबई से संचालित हो रहा था। पैसा भी दुबई में हवाला के मध्यम से भेजा जाता था। इन लोगों ने इंदौर में 200 से अधिक लोगों को सट्टा लगाने के लिए आईडी दे रखी थी।
इसके अलावा इन लोगों के 25 से अधिक बंैक खातों की जानकारी मिली है, जिसमें सट्टे का पैसा जमा करवाया जाता था। इस पैसे को या तो हवाला से या फिर दो से चार और फिर दस से बारह खातों में होते हुए आरटीजीएस से दुबई भेजा जाता था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कई अलग-अलग नाम से ऐप बनाकर देश में ऑनलाइन गेमिंग सट्टा चल रहा है। कई शहरों में उनके आफिस हैं, वहीं दो आरोपियों ने कबूल किया है कि वे पहले जयपुर में सट्टा संचालित कर रहे थे, लेकिन पकड़े गए थे। इसके बाद वे छूटने के बाद इंदौर आ गए और यहां से दो माह से सट्टा चला रहे थे। उन्होंने बताया कि कई अलग-अलग राज्यों और शहरों के लोग इस गोरखधंधे में जुड़े हुए हैं। यहां पकड़े गए सभी आरोपी अलग-अलग शहरों के हैं, जिनको यहां भेजा गया था।
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