– मामला विजय नगर थाने के सामने हत्या कर गड्ढे में जलाई गई लाश का
इदौर। 1 साल पहले विजयनगर थाने के सामने हुए अंधे कत्ल का मामला अब तक नहीं सुलझ सका है। पहले जिसकी लाश होने की बात सामने आई थी, वह जिंदा निकल गया वही दूसरे लापता व्यक्ति का डीएनए मैच नहीं हुआ, इसके चलते मामला उलझा पड़ा है।
विजय नगर पुलिस ने लगभग 1 साल पहले थाने के सामने स्थित मैदान से एक व्यक्ति की जली हुई लाश बरामद की थी। इस व्यक्ति की हत्या कर लाश को गड्ढे में डालकर जलाया गया था, प्रारंभिक जांच में पास ही डेरे में रहने वाले एक बुजुर्ग ने लाश की शिनाख्त अपने बेटे के रूप में कर पहचान चप्पल के आधार पर की गई थी, उसने बताया कि उसका बेटा मूर्तिकार है विजय नगर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस दौरान डेरे पर आए कई लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली इसी बीच लगभग एक सप्ताह के बाद मूर्तिकार स्वयं पुलिस के सामने थाने में हाजिर हो गया। इसके चलते जांच की दिशा ही बदल गई फिर पुलिस ने मूर्तिकार और उसके परिवार से कई दिनों तक पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यह लाश सांवेर रोड पर रहने वाले एक व्यक्ति की हो सकती है। इस पर पुलिस ने उस नाम की सांवेर रोड पर रहने वाले कई लोगों को ढूंढ निकाला, लेकिन वह व्यक्ति नहीं मिला वहीं जांच में पता चला कि इस नाम का एक व्यक्ति लापता है, पहले पहले गच्चा खा चुकी पुलिस ने डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लिया। इसके बाद उसके परिवार के लोगों का लाश से मिलान करवाने का निर्णय लिया गया लेकिन यह रिपोर्ट भी मैच नहीं हो सकी। इसके चलते मामला अभी भी उलझा हुआ है। वर्तमान टीआई तहजीब काजी का कहना है कि डीएनए रिपोर्ट नहीं मिलने के बाद एक बार फिर इस मामले की नए सिरे से जांच शुरू की गई है। वही यह भी पता चला है कि इस मामले में संदिग्ध एक बुजुर्ग भी चल बसा है जिससे कुछ सुराग मिल सकता था इसके चलते मामले की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है। इस हत्याकांड में सबसे अहम बात यह है कि मृतक की शिनाख्ती नहीं होने के बावजूद भी सभी हत्यारे पकड़े जा चुके हैं।
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