जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) की रविवार की सुबह ऐतिहासिक है। प्रदेश में नई कैबिनेट (Cabinet) को लेकर तैयारियां की जा रही है। वहीं अब नए मंत्रियों (ministers)के नाम भी सामने आने लगे है। खुद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष (Congress state president) गोविंद सिंह डोटासरा ने नए मंत्रियों के नाम की लिस्ट को ट्विटर पर साझा कर दिया है। इसमें सचिन पायलट (Sachin Pilot) खेमे के भी पांच लोगों को शामिल किए जाने की तस्दीक हुई है। लेकिन इन सभी चर्चाओं के बीच एक और चर्चा राजनीति (Politics) के जानकारों के बीच उभरी है, वो यह है कि सीएम गहलोत पूर्व (CM Gehlot East) की कैबिनेट में मुख्यमंत्री पद के अलावा दोनों महत्वपूर्ण विभाग वित्त और गृह भी अपने पास रखे हुए थे। क्या नई सिरे से बनने जा रही कैबिनेट में भी सीएम के पास ये दोनों विभाग रहेंगे।
मंत्रिमंडल पुर्नगठन (cabinet reorganization) के साथ नए कैबिनेट को सोनिया गांधी के निर्देशानुसार ‘एक व्यक्ति एक पद ‘ के आधार पर गठित करने के निर्देश दिए गए हैं। लिहाजा इस सवाल को लेकर बार – बार चर्चा है कि सीएम गहलोत भी इस लिहाज से इन दोंनों महत्वपूर्ण पदों से छोडेंगे। जानकारों की मानें, तो सीएम गहलोत दोनों महत्वपूर्ण विभागों में से एक विभाग किसी दूसरे व्यक्ति को शिफ्ट कर सकते हैं। हालांकि ये संभावना बेहद कम है कि सीएम गहलोत की ओर से दोनों में से एक विभाग छोड़े जाने के बाद ये विभाग पायलट खेमे के किसी व्यक्ति के पास जाएगा। सचिन पायलट खेमे के मंत्रियों की जगह पार्टी संगठन की ओर से तय कर ली गई है। माना जा रहा है कि हरीश चौधरी को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बनाए जाने के बाद उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। उनकी जगह अब हेमाराम चौधरी को राजस्व मंत्रालय मिलना तय है। क्योंकि हेमाराम चौधरी पूर्व में भी राजस्व विभाग का कामकाज कर चुके हैं। वहीं गहलोत के पिछले कार्यकाल में मंत्री रह चुके बृजेंद्र ओला को शिक्षा और पर्यटन राज्यमंत्री बनाया जाना तय माना जा रहा है। ओला पूर्व में शिक्षा महकमें का कामकाज देख चुके हैं।