उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग ढहने के बाद उसमें 41 मजदूर फंसे हुए हैं. वहीं अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा है कि साइट पर अभी भी कुछ तकनीकी मुद्दे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ये मुद्दे तब तक रहेंगे जब तक लोगों को बचाया नहीं जाता. उन्होंने आगे कहा कि ‘मेरा अगला काम पहाड़ की चोटी पर, पहाड़ के किनारे, पहाड़ के पीछे जाना और वहां पर चल रहे मिशन की प्रगति की जांच करना है.’
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार डिक्स ने आगे कहा ‘अमेरिकी ऑगर मशीन फिलहाल काम नहीं कर रही है लेकिन तैयारी में है. ऑगरिंग के लिए बहुत सटीक इंजीनियरिंग की आवश्यकता होती है क्योंकि अगर हम कुछ भी गलत करते हैं तो यह भूस्खलन का कारण बन सकता है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘मुझे लगता है कि यहां यह बहुत शानदार है. 900 पाइपलाइन विकल्पों में से एक है. 900 पाइप जो वहां है, जिसे मैंने देखा है, और मैं इस पर एक और नजर डालने जा रहा हूं. लोगों को लाने का यह अब तक का सबसे अच्छा और तेज साधन है, लेकिन इसमें तकनीकी कठिनाइयां हैं और यही कारण है कि हम कई बचाव अभियान चला रहे हैं.’
उन्होंने आगे कहा कि वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए दो स्थानों की पहचान की गई है, और दोनों उच्च ऊंचाई वाली निर्माणाधीन सुरंग के सिल्क्यारा किनारे पर हैं. हम कई मिशन और प्लान के साथ काम कर रहे हैं. डिक्स, जिन्हें भूमिगत सुरंग बनाने में अग्रणी विशेषज्ञ माना जाता है, को भरोसा है कि सभी 41 मजदूरों को बचा लिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि ‘हम सभी लोगों को बचाने जा रहे हैं. जब मैं यहां पहुंचा, तो मैंने कहा, 41 आदमी घर आ रहे हैं और किसी को भी चोट नहीं पहुंचेगी.’
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