लंदन। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बेचने वाली एक कंपनी से ऐसी गलती हो गई कि अब उसके CEO को लोगों से अपील (Appeal to the people to the CEO) करनी पड़ रही है. दरअसल, कंपनी ने गलती से कई यूजर्स के खातों में लगभग 90 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी(90 million dollar cryptocurrency) भेज दी और अब उसकी वापसी के लिए लोगों से अनुरोध किया जा रहा है. बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी(cryptocurrency) का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. खासतौर पर कोरोना (Corona) काल में निवेश के नए विकल्प के रूप में लोगों ने इसमें जमकर पैसा लगाया है.
खबरों के अनुसार, मशहूर क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म(cryptocurrency platform) कंपाउंड (Compound) ने हाल ही में बताया कि एक बग ने यूजर्स को गलती से लगभग 90 मिलियन डॉलर (लगभग 650 करोड़ रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी भेज दी. जिसे वापस लेने के लिए कंपनी के सीईओ ने यूजर्स से अनुरोध किया है. यह सब तब हुआ जब बिना इन्वेस्ट किए ही यूजर्स के खाते में ये क्रिप्टोकरेंसी पहुंच गई.
कंपनी के सीओ रॉबर्ट लेशनर ने अपने ट्वीट में कहा है कि यदि आपको कंपाउंड प्रोटोकॉल त्रुटि से एक बड़ी, गलत राशि प्राप्त हुई है तो कृपया इसे कंपाउंड टाइमलॉक पर वापस कर दें. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को रेवेन्यू सर्विस को रिपोर्ट करने की चेतावनी भी दी है. बताया जा रहा है कि डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म ‘कंपाउंड’ में अपडेट के बीच एक तकनीकी गलती की वजह से उसके कई यूजर्स को गलती से क्रिप्टोकरेंसी भेज दी गई. पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. भारत में भी इनमें निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है. करीब तीन साल पहले रिजर्व बैंक ने बिटकॉइन, एथेरियम, डॉगकॉइन जैसी तमाम क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटाने का आदेश दिया, जिसके बाद इसमें निवेश में इजाफा हुआ. बताया जा रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी में जमकर हो रहे निवेश को देखते हुए अब इस पर कई चरणों में टैक्स लगाने की तैयारी हो रही है. बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जिससे सिर्फ ऑनलाइन लेनदेन किया जा सकता है.