इंदौर। प्रदेश में नई सरकार ने अपने पांच साल के एजेडा पर काम शुरू कर दिया। इसकी समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री द्वारा ली जा रही है, तो दूसरी तरफ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एक लाख किलोमीटर लम्बी सडक़ें निर्मित करने के साथ-साथ 500 फ्लायओवर पूरे प्रदेशभर में प्रमुख सडक़ों पर बनाए जाएंगे और 10 हजार करोड़ से अधिक की राशि इन पर खर्च की जाएगी। इसमें आधा दर्जन एक्सप्रेस-वे भी शामिल रहेंगे। इंदौर सहित प्रमुख शहरों में रिंग रोड के निर्माण भी किए जाना प्रस्तावित हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा संभागीय समीक्षा की जा रही है और आज रीवा संभाग में भी 320 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह के मुताबिक प्रेदशभर में इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य में तेजी लाई जाएगी, ताकि रोड नेटवर्क के साथ-साथ सभी प्रमुख शहरों में फ्लायओवर, रेलवे ओवरब्रिज सहित महत्वपूर्ण सडकों के निर्माण किए जा सकें।
इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन में प्रस्तावित रिंग रोडों का निर्माण किया जाएगा और आधा दर्जन एक्सप्रेस-वे भी तैयार होंगे। छोटे-बड़े मिलाकर 500 से अधिक ओवरब्रिज बनाए जाएंगे, जिसमें नगरीय निकायों, प्राधिकरणों, लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे सहित अन्य विभागों के प्रोजेक्टों को शामिल किया जाएगा। ये सारे इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम समयबद्ध कार्य योजना के तहत समय सीमा में पूरे किए जाएंगे और गुणवत्ता के साथ भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इनकी मॉनिटरिंग के लिए अलग से सेल गठित किया जा रहा है और विधानसभावार योजनाएं जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर तैयार की जाएगी। रोड नेटवर्क में नई तकनीकों का इस्तेमाल होगा और जो पुरानी सडक़ें हैं उन्हें भी रीसाइक्लिंग सामग्री के इस्तेमाल के साथ बेहतर करेंगे। विभाग की एसओआर और विभागीय हैंडबुक का विमोचन भी कल मंत्री ने किया, जिसमें सडक़ विकास निगम और विभागीय प्रमुख सचिव सहित अन्य आला अधिकारी भी मौजूद रहे। भोपाल में वीआईपी रोड के समानांतर 8 लेन का एलिवटेड लेग कॉरिडोर बनाया जाएगा। साथ ही पश्चिमी भोपाल में बायपास का निर्माण भी होगा। मंडीदीप से पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र भी इससे जुड़ सकेगा।
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