नई दिल्ली। भारतीय बाजार में आईपीओ की बहार नजर आ रही है। पेटीएम और स्टार हेल्थ जैसे नामी और बड़े आईपीओ का हश्र देखने के बाद भी लगातार कंपनियां अपने आईपीओ पेश कर रही हैं। साल के आखिरी महीने में भी इसमें तेजी देखने को मिली है। एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 से अब तक लगभग हर हफ्ते एक आईपीओ पेश किया गया है। हालांकि, यह आंकड़ा अभी भी 90 के दशक में आए आईपीओ की संख्या से बेहद कम है।
120 कंपनियों ने पेश किए आईपीओ
रिपोर्ट के मुताबिक, आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो साल 2020 से अब तक करीब 120 कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आई हैं। यानी इस अवधि में लगभग हर हफ्ते एक आईपीओ पेश किया गया है। इसने के जरिए निवेशकों को खूब पैसा कमाने का मौका मिला। हाल ही में कई बड़ी कंपनियों ने अपना आईपीओ पेश किया है इनमें पेटीएम और राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाले स्टार हेल्थ का नाम भी शामिल है। इसके अलावा भी कई बड़ी कंपनियां अभी कतार में हैं, जिनमें भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आईपीओ भी शामिल है।
90 के दशक की तुलना में बेहद कम
रिपोर्ट में एक डिजिटल ब्रोकिंग फर्म के संस्थापक के हवाले से कहा गया है कि भले ही 2020-21 में आईपीओ की बहार देखने को मिली हो, लेकिन अभी भी यह आंकड़ा 90 के दशक की तुलना में काफी कम है। इसमें कहा गया 90 के दशक में प्रति दिन औसतन 3 आईपीओ पेश किए गए थे, जबकि पिछले 2 साल में हर हफ्ते औसतन 1 आईपीओ आता दिखा है। हालांकि पैसा जुटाने के मामले में देखें तो 90 में आए आईपीओ ने जितना पैसा जुटाया था, उससे कहीं ज्यादा पैसा इन दो सालों में आए आईपीओ से जुटाया गया है।
दो साल में आईपीओ ने जुटाई इतनी रकम
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 90 के दशक में करीब 4,712 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 42,500 करोड़ रुपये जुटाए थे, जो आईपीओ की संख्या की दृष्टि से तो पिछले 2 साल के आंकड़ों से ज्यादा है। लेकिन आईपीओ के जरिए से जुटाए गए पैसे के नजरिए से बहुत कम है। हाल के 2 वर्षों के दौरान आईपीओ से जुटाए गए पैसे पर नजर डालें तो सिर्फ 2020 में ही कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 74,707 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वहीं 2021 में 30 नवंबर तक आईपीओ के जरिए 1.06 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। जबकि, साल खत्म होने तक अभी कई बड़े आईपीओ आने वाले हैं।
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