नई दिल्ली। नेपाल विमान हादसे में रविवार शाम तक 68 शव निकाल लिए गए हैं। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, एयरपोर्ट ऑथरिटी की अभी तक की जांच में सामने आया है कि यह विमान हादसा मौसम की खराबी के कारण नहीं। हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ है। सिविल एविएशन अथॉरिटी ऑफ नेपाल ने कहा कि मैकेनिकल खराबी की वजह से दुर्घटना हुई है। जबकि उडान से पहले सभी तकनीकी जांच प्रक्रिया पूरी की गई थी। उस समय कोई भी तकनीकी खराबी नहीं दिखाई दी। उड़ान भरने के बाद विमान में मैकेनिकल दिक्कत आई। जिसके बारे में जांच जारी है।
अभी घटनास्थल पर सुरक्षाकर्मी पोखरा के स्थानीय लोगों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। शाम को अंधेरा होने के बाद राहत कार्य की गति कुछ धीरे हो गई है। वहीं, नेपाल सरकार ने हादसे को लेकर कुल एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। मरने वालों में 53 नेपाली नागरिक शामिल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के हेड प्रमुख जिला अधिकारी टेक बहादुर केसी ने कहा, शवों को सुरक्षित रखवा दिया है। उनकी पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
नेपाल विमान हादसे को लेकर पूर्व नागरिक उड्डयन सचिव नागेन्द्र घिमिरे के नेतृव्य में पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी दुर्घटना की जांच करेगी। इस कमेटी में पूर्व नागरिक उड्डयन सचिव नागेन्द्र घिमिरे, पायलट सुनिल थापा, दीपक प्रसाद बांस्तोला, और हवाई मैनटेनेंस के इंजीनियर टेकराज जंग थापा को रखा गया है।
बता दें नेपाल में रविवार विमान हादसा हुआ था। यति एयरलाइंस का एटीआर-72 विमान रविवार सुबह कास्की जिले के पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में कुल 72 लोग सवार थे। जानकारी के मुताबिक विमान अचानक हवा में हिलने लग था। तेज धमाके की आवाज के बाद विमान नीचे आने लगा। लैंडिंग से 10 सेकेंड पहले विमान आग की चपेट में आ गया था।
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