इंदौर। दूसरे के नाम से फर्जी मुख्तियारनामा (Fake power of attorney) बनाने और प्लॉट (Plot) की रजिस्ट्री (Registry) कराने के मामले में पुलिस (Police) को एक ऐसा शख्स हाथ लगा है, जो 9 साल से फरार था। पुलिस उसकी सहयोगी महिला की तलाश कर रही है। इनके पांच साथी पहले भी पकड़ा चुके हैं, जिनसे हाल ही में पूछताछ की गई थी और उन्हीं से इनके नाम का खुलासा हुआ है।
किशनगंज थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया (Kishanganj police station in-charge Shashikant Chaurasia) के मुताबिक रिटायर्ड बैंककर्मी (retired bank worker) की पत्नी कृष्णकांता शर्मा निवासी किशनगंज ने वर्ष 2012 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उन्होंने एक प्लॉट खरीदा था। ताहिर अली ने प्लॉट का फर्जी मुख्तियारनामा (Fake power of attorney) बनाकर दर्शाया कि कृष्णकांता ने उसे अधिकार दिया है कि यह प्लॉट चाहे किसी को भी बेचे। यही नहीं, उस प्लॉट (Plot) की रजिस्ट्री (Registry) भी करवा दी थी। इसके बाद ताहिर अली (Tahir ALi) ने दूसरा मुख्तियारनामा 2014 में तैयार किया और उस प्लॉट को भी दूसरे के नाम कर दिया। इस बीच 2014 में महिला अपने प्लॉट पर गई तो बगल वाले मकान वाले ने बताया कि यह प्लॉट तो मैंने खरीद लिया। इस पर महिला ने प्रकरण दर्ज कराया। पुलिस इस मामले में जांच-पड़ताल कर रही है। हाल ही में खजराना के जमजम चौराहा निवासी तनवीर का पता चला, जिसने ताहिर बनकर रजिस्ट्री तैयार कराई थी। नक्काश पठान का फोटो लगा दिया। वोटर आईडी के आधार पर पुलिस ने तलाश की तो पता चला कि नक्काश मंदसौर के भानपुर का था। 9 साल बाद पुलिस ने इस मामले से पर्दा उठाया है। जिस महिला कृष्णकांता की जगह एक अन्य महिला का फोटो लगा था उसके बारे में भी पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस नक्काश से पूछताछ कर रही है। पुलिस महिला की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है, जिसके पकड़े जाने से और भी खुलासे होंगे।
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