उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के चलते लाखों श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। सोमवार को दूसरी सवारी के दिन यह आंकड़ा 4 लाख के करीब पहुंच गया था। इसे देखते हुए लड्डू निर्माण यूनिट से मंदिर के काउंटरों पर लगभग 91 क्विंटल लड्डू प्रसाद भेजा गया था। इसमें से 50 क्विंटल लड्डू प्रसाद महाकाल भक्तों ने खरीदा। इससे दूसरे सोमवार को मंदिर समिति को करीब 24 लाख रूपए की आय हुई।
महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्रावण का महीना शुरु होने के बाद से महाकाल में रोजाना लाखों श्रृध्दालुओं का आगमन हो रहा है। सावन के दूसरे सोमवार को भी 4 लाख से अधिक भक्तों ने महाकालेश्वर के दर्शन किए और सवारी भी देखी। इधर चिंतामन-जवासिया स्थित लड्डू-प्रसाद निर्माण इकाई के प्रभारी पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि लड्डू निर्माण यूनिट में शुद्ध घी के लड्डूओं का गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए निर्माण किया जा रहा है। यहां से निर्माण के बाद पैकेट में लड्डू प्रसाद मंदिर के आंतरिक व बाहरी परिसर में मौजूद काउंटर से प्रसाद के रुप में श्रृध्दालुओं को उपलब्ध कराया जाता है। मंदिर समिति दर्शनार्थियों को पर्याप्त मात्रा में सरलता से लड्डू प्रसाद उपलब्ध करवाने में अब तक सफल रही है। आम दिनों में महाकाल मंदिर के काउंटरों से 25 से 30 क्विंटल तक लड्डू प्रसाद का विक्रय होता है। परंतु सावन मास के दूसरे सोमवार को लड्डू निर्माण यूनिट से 91 क्विंटल लड्डू प्रसाद सप्लाई किया गया था। इसमें से 50 क्विंटल लड्डू प्रसाद एक ही दिन में भक्तों ने खरीदा। इससे मंदिर समिति को 23 लाख 90 हजार 750 रुपए की आय हुई है।
80 कर्मचारी कर रहे प्रसाद तैयार
बता दें कि महाकाल के लड्डू प्रसाद को भारत सरकार की संस्था फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने हाइजीन के लिए फाइव स्टार रेटिंग दी है। यह लड्डू प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में उपलब्ध रहता है। निर्माण यूनिट प्रभारी श्री त्रिपाठी के अनुसार लड्डू बनाने से पहले एक बार में हलवाई 20 किलो बेसन, 5 किलो रवा को 20 किलो देसी घी में मिलाकर भट्टी की तेज आंच पर डेढ़ से दो घंटे तक सेंकते हैं। इसके बाद इसे मिक्स किया जाता है, ठंडा होने पर इसमें पिसी हुई शकर, इलायची व ड्रायफ्रूट्स मिलाए जाते है और फिर कर्मचारी हाथों से मिश्रण कर लड्डू तैयार करते हैं और फिर इन्हें अलग अलग वजन के पैकेट में पैक किया जाता है। सामान्य दिनों में लड्डू निर्माण यूनिट में 60 कर्मचारी कार्यरत होते हैं लेकिन श्रावण मास में अधिक मांग को देेखते हुए 20 अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए हैं। प्रतिदिन खपत के मान से अतिरिक्त स्टाक तैयार किया जा रहा है।
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