भोपाल। राज्य शासन ने हाल ही में आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में कलेक्टरों को बदला है। जिसमें जबलपुर कलेक्टर भरत यादव को हटाने और उनकी जगह पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को जबलपुर का नया कलेक्टर बनाने का आदेश चौंकाने वाला है। यादव को स्थानीय नेताओं की आपत्ति के बाद हटाया। इससे पहले जबलुपर के एसपी अमित सिंह भी भाजपा के नेताओं के निशाने पर रहे थे। राज्य शासन ने उपचुनाव वाले जिले शिवुपरी एवं मुरैना जिले के कलेक्टरों को भी हटा दिया है। जबकि हरदा कलेक्टर अनुराग वर्मा को कृषि मंत्री कमल पटेल की आपत्ति के बाद हटाया गया है।
जबलपुर जिले में अभी चुनाव नहीं है, इसके बावजूद भी एसपी के बाद कलेक्टरों को हटाने के पीछे राजनीतिक कारण बताए जा रहे हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अप्रैल में एसपी अमित सिंह को हटा दिया था। उनकी जबलपुर सांसद राकेश सिंह से पटरी नहीं बैठ रही थी। कांग्रेस शासनकाल में लोकसभा चुनाव के दौरान अमित सिंह ने आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया था। जिसके बाद राजनीतिक दलों की शिकायत पर चुनाव आयोग ने अमित सिंह को हटा दिया था। चुनाव के बाद कमलनाथ सरकार ने अमित सिंह को फिर से जबलपुर एसपी बनाकर भेजा था। खास बात यह है कि शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में अमित सिंह टीकमगढ़, खरगोन जिले के एसपी रहे थे। तब उनकी गिनती मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चहेते अफसरों में होती थी। इसी तरह दो दिन पहले हटाए गए जबलपुर कलेक्टर भरत यादव भी शिवराज सिंह चौहान के पिछले कार्यकाल में सिवनी, बालाघाट एवं मुरैना कलेक्टर रहे थे। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने यादव को मुरैना कलेक्टर बनाया था। उनकी गिनती भी शिवराज के चहेते अफसरों में होती थी। कांग्रेस शासन काल में यादव को मुरैना से हटाकर ग्वालियर कलेक्टर बनाया था। बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे (अब भाजपा में)ज्योतिरादित्य सिंधिया की आपत्ति के बाद उन्हें ग्वालियर से हटा दिया था। उसके कुछ समय बाद राज्य सरकार ने यादव को जबलपुर कलेक्टर बनाया था। मार्च में फिर से भाजपा की सरकार बनने के बाद इंदौर, उज्जैन, भोपाल, छिंदवाड़ा समेत अन्य सभी बड़े जिलों के कलेक्टरों को सरकार ने बदल दिया, लेकिन अभी तक जबलपुर कलेक्टर को मुख्यमंत्री ने नहीं हटाया। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि भाजपा नेताओं की आपत्ति की बाद भरत यादव को जबलपुर कलेक्टर से हटाया गया है। हालांकि वे मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के चहेते अफसरों में शामिल हैं। संभवत: उन्हें जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
उपचुनाव वाले जिलों के सभी कलेक्टर बदले
्रप्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें से ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर चुनाव होना है। राज्य शासन ने ग्वालियर-चंबल के आठ में से से सात जिलों के कलेक्टर बदल दिया हैं। सिर्फ ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को नहीं हटाया है। कमलनाथ सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के तत्काल बाद अनुराग चौधरी को ग्वायिलर से हटाकर विदिशा कलेक्टर रहे कौशलेंद्र को ग्वालियर कलेक्टर बनाया था। इसके बाद सरकार ने मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, अशोकनगर, गुना जिले के कलेक्टर बदल दिए हैं। श्योपुर छोड़कर सभी सात जिलों में उपचुनाव होना है। इसी तरह धार, बुरहानपुर, रतलाम, अनूपपुर, रायसेन, निवाड़ी, छतरपुर, (बड़ा मलहरा विधानसभा क्षेत्र दोनों जिलों में है)। इन जिलों में भी खाली सीटों पर उपचुनाव होना है।
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