चंडीगढ़। कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir singh Badal) पर हमले को लेकर बवाल मच गया है। बैठक में माहौल गर्मा गया और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूरे मामले की जांच करवाने का अश्वासन दिया है।
बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह, सहकारिता मंत्री सुखजिंदर रंधावा, शिअद और आम आदमी पार्टी के नेता मौजूद थे। बैठक में पंजाब भाजपा का एक भी नेता नहीं आया। बैठक में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमले की खबर आई तो, शिअद नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की।
गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल (SAD) और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और फायरिंग हुई है। इस बीच शिअद अध्यक्ष की गाड़ी पर भी हमला हुआ है। इस घटनाक्रम के बाद नामांकन भरने की प्रक्रिया को रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि सुखबीर बादल हमले के बाद कोर्ट परिसर में हैं, जहां पर सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस तैनात की गई है। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि बादल नगर काउंसिल के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नॉमिनेशनन भरवाने के लिए एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे। इस बीच SAD और कांग्रेसी कार्यर्ताओं के बीच झड़प हो गई। कुछ लोगों ने सुखबीर बादल की गाड़ी पर हमला कर दिया। पुलिस प्रशासन ने इस संबंध में अभी कोई जानकारी देने से इनकार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूथ अकाली दल के प्रमुख परमबंस सिंह रोमाना ने दावा किया है कि यह हमला सुखबीर बादल पर किया गया था। क्योंकि उनकी एसयूवी पर भी पथराव हुआ है। ट्रिब्यून को उन्होंने बताया ‘सुखबीर बादल सुरक्षित हैं। हमलावरों ने उनकी बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलीबारी की थी और पत्थर भी फेंके गए थे। शिअद ने कांग्रेसियों पर आरोप लगाया है कि उन पर सरेआम हमला किया गया और पुलिस तमाशा देखती रही। हमले में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त होने की भी सूचना है। गौरतलब है कि बीते सोमवार को आम आदमी पार्टी AAP के नेताओं ने भी कुछ लोगों पर हमला करने व नॉमिनेशन की फाइलें छीनने के आरोप लगाए थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved