नई दिल्ली: खजुराहो में जी-20 सम्मेलन (G20 Summit) की तैयारियां जोरों पर हैं. यह पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के ‘दी आउट ऑफ बॉक्स थिंकिग’ का ही नतीजा है कि जी-20 शिखर सम्मेलन दिल्ली और चंद बड़े शहरों से बाहर आकर देशभर के छोटे और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर भी बैठकें करने की योजना बनाई गईं. इस योजना के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग मुद्दों पर बैठकें आयोजित की जा रहीं हैं. पीएम मोदी का मानना है कि इससे इन क्षेत्रों को दुनिया के मानस पटल पर बिठाने में एक जबरदस्त पहल होगी. पीएम मोदी ने साफ कहा है कि इस सम्मेलन के माध्यम से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और साथ में वोकल फॉर लोकल का नारा बुलंद करने में भी मदद मिलेगी.
जी-20 की मेजबानी मिलते ही बुंदेलखंड के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो, ओरछा और पन्ना टाइगर रिजर्व में तैयारियां जोरों से शुरू हो गईं हैं. फरवरी 2023 में जी-20 ग्रुप के संस्कृति समूह की बैठक खजुराहो में आयोजित की जा रही है. इसमें शामिल होने विदेश से मेहमान और जनप्रतिनिधि आएंगे. ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि उन्हें कोई असुविधा नहीं हो या फिर जहां-जहां वे जाएं, उन्हें साफ-सुथरे शहर, चमचमाती सड़कें, व्यवस्थित ट्रैफिक और बेहतरीन ट्रैफिक व्यवस्था नजर आए. साथ ही खुजराहो की जो प्राचीन विरासत और इतिहास है, वो इन विदेशी मेहमानों के दिल को छू जाए. खजुराहो को दूसरे शहर से जोड़ने वाली सड़कों को बनाने का काम जोरों पर है. खजुराहो के मंदिरों का रंग-रोगन भी चल रहा और आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था भी की जा रही है.
खजुराहो के सांसद और मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष बीडी शर्मा खुद हर रोज सुबह-सुबह झाड़ू लेकर सफाई अभियान में जुटे नजर आते हैं. कोशिश यही हो रही है कि विदेशों से आए मेहमान जब वापस अपने देशों में लौटें तो वही इस इलाके के ब्रांड एम्बैसेडर बन जाएं. पन्ना के जुगल किशोर मंदिर में वीडी शर्मा ने सफाई अभियान चलाया. वीडी शर्मा पूरे खजुराहो की जनता को इस सम्मेलन का हिस्सा बनाने की जुगत में लगे हैं. मुहल्ले स्तर पर बैठकें कर वीडी शर्मा ये कोशिश कर रहे हैं कि हर घर में रंगोली सजी रहे और दीप प्रज्जवलित रहें. इसी सांझी विरासत को दिखा करक बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश की संस्कृति को प्रमोट करने की कोशिश की जा रही है. उम्मीद की जा रही है कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटकों की राह देख रहे खजुराहो के पर्यटन को एक बड़ा बढ़ावा मिलने वाला है.
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल खजुराहो के मंदिरों को देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं. खजुराहो के ज्यादातर मंदिरों का निर्माण 885 एडी से 1000 एडी है. नागर शैली में बने इन मंदिरों को 885 एडी से लेकर 1000 एडी तक चंदेल राजाओं ने बनवाया था. ऐतिहासिक रिकार्ड बताते हैं कि 12वीं सदी तक कुल 85 मंदिर इस इलाके में बने थे. इसमें से सबसे बड़ा कंडारिया महादेव मंदिर प्राचीन भारत की कला और संस्कृति का महन उदाहरण है. इन मंदिरों की खास बात यह भी है कि ये दो धर्मों से संबंधित है. एक तो हिंदू और दूसरा जैन धर्म से, जो साबित करता है कि भारत में सभ्यता और संस्कृति किस तरह से तमाम धर्मों को आत्मसात करके के आगे बढ़ते हैं.
इसलिए पीएम मोदी ने खजुराहो को जी-20 के संस्कृति समूह की बैठक के लिए चुना है. जी-20 कि खजुराहो में बैठक फरवरी 23-25 के बीच होगी. इसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे. सांस्कृतिक कार्य समूह की बैठक में सदस्य देशों के अलाला दुनिया भर के मीडियाकर्मी और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे. जाहिर है कि तैयारियां भी ए-वन ही होनी चाहिए और इसलिए खजुराहो में बीजेपी सांसद जनता की भागीदारी भी सुनिश्चित कर रहे हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश में जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत चंद अहम बैठकें आयोजित की जा रहीं हैं. ये बैठकें इंदौर और विश्व प्रसिद्ध खजुराहों में होंगी, जिसमें 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके प्रतिनिधि शामिल होंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved