सोनितपुर (असम)। पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को असम माला कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर असम पहुंचे। पीएम ने यहां सोनितपुर में जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने असम से देश को बदनाम करने की साजिश रचने वालों को जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे। कुछ दस्तावेज सामने आए हैं जिनसे खुलासा होता है कि विदेश में बैठी कुछ ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने की फिराक में हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं असम की धरती से षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि ये जितने मर्जी षड्यंत्र कर लें देश इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा। भारत की चाय पर किए जा रहे हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वो हमारे चाय बागान में काम करने वाले लोगों के परिश्रम का मुकाबला कर सकें। पीएम मोदी ने कहा कि हिंसा, अभाव, भेदभाव, तनाव, पक्षपात, संघर्ष इन सारी बातों को पीछे छोड़कर अब पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है और असम इसमें प्रमुख भूमिका निभा रहा है। पीएम ने कहा कि असम के स्वाधीनता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था। इन शहीदों के खून की एक-एक बूंद और साहस हमारे संकल्पों को मजबूत करता है। असम का यह अतीत बार-बार मेरे मन को असमिया गौरव से भर रहे हैं। पीएम ने कहा कि हम सब हमेशा से सुनते आए हैं, देखते आये हैं कि देश की पहली सुबह पूर्वोत्तर से होती है। लेकिन सच्चाई ये भी है कि पूर्वोत्तर और असम में विकास की इस सुबह को एक लंबा इंतजार करना पड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि गुवाहाटी में एम्स का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछली सरकारें क्यों नहीं समझ पाईं की गुवाहाटी में एम्स होगा तो यहां के लोगों को कितना फायदा होगा। सरकार असम के विकास के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम में आयुष्मान भारत योजना का लाभ करीब सवा करोड़ लोगों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा सपना है कि हर राज्य में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज मातृभाषा में पढ़ाना शुरू करें। जब असम में नई सरकार बनेगी मैं असम के लोगों की तरफ से वादा करता हूं कि असम में हम एक मेडिकल कॉलेज स्थानीय भाषा में शुरू करेंगे।पीएम के कदम से राज्य में संभव हुई शांति: मुख्यमंत्री सोनोवाल
राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने असम के विकास के लिए में जो कदम उठाए हैं उसकी वजह से यहां शांति संभव हुई है और असम विकास के रास्ते पर चलने लगा है। असम की जनता की तरफ से हमारा वादा है कि आपने एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो लक्ष्य दिया है हम उसे मिलकर पूरा करेंगे।